सामना संवाददाता / मुंबई
सावन का महीना हिंदू धर्म में भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। हर साल की भांति इस वर्ष भी सायन-कोलीवाड़ा स्थित मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से भव्य कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया है।
मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष भरत शुक्ल के अनुसार, सोमवार सुबह ८.३० बजे से मालाबार हिल के पवित्र बाणगंगा से करीब ५०० से अधिक महिला व पुरुष श्रद्धालु जल भरकर पैदल चलते हुए सायन-कोलीवाड़ा के विन्धेश्वर महादेव मंदिर (मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर) पर दोपहर करीब २ बजे भगवान शिव को अर्पित करेंगे।
भरत शुक्ल ने कहा कि कांवड़ यात्रा सिर्फ एक तीर्थयात्रा नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक एकता, सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक भी है। शिवभक्तों के लिए मंदिर पर करीब एक महीने पहले ही इसकी तैयारियां शुरू हो जाती हैं। इसके अलावा यहां प्रत्येक रविवार को सप्ताहिक सुंदरकांड व महाप्रसाद का कार्यक्रम होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रहती है।