सामना संवाददाता / मुंबई
ईडी सरकार ने लाडली बहनों को दिवाली पर बोनस देने के नाम पर फंसाया है। लाडली बहनों को बोनस देने के लिए सरकार की ओर से अनुदान नहीं मिला। इसलिए बहनों के साथ सरकार ने महंगा धोखा किया है। इस रहस्य कापर्दाफाश ईडी सरकार में शामिल महिला व बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने किया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने मीडिया से हुई बातचीत में बताया है कि लाडली बहन योजना के तहत पात्र महिलाओं को दिवाली बोनस देने के संबंध में कोई सरकारी निर्णय नहीं लिया गया है। अदिति तटकरे के कार्यालय ने कहा है कि बोनस की खबर झूठी है और सरकार की ओर से ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है। अब तक पांच किश्तें जमा की जा चुकी हैं। जुलाई, अगस्त और सितंबर का भुगतान करने के बाद सरकार ने अक्टूबर और नवंबर का भुगतान एक साथ जमा कर दिया। तो अब दिसंबर महीने का पैसा सीधे खाते में आएगा। हालांकि, अभी तारीख की घोषणा नहीं की गई है। इस बीच कुछ न्यूज वेबसाइट्स ने खबर दी है कि सरकार की ओर से ढाई हजार रुपए और मिलेंगे। इतनी सारी महिलाएं इस ढाई हजार रुपए का इंतजार कर रही हैं। ये पैसा कब मिलेगा, इसके बारे में इन रिपोर्ट्स में कोई जानकारी नहीं दी गई है। इससे महिलाओं में काफी भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना लागू की है। इस योजना के लिए ४६ हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। अब तक प्रदेश की २ करोड़ २६ लाख से अधिक बहनों के खाते में राशि जमा हो चुकी है। इस बीच यह खबर भी फैल गई है कि लाडली बहनों को सरकार की ओर से दिवाली बोनस मिलेगा। इन रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कि दिवाली बोनस सिर्फ कुछ चुनिंदा महिलाओं को ही मिलेगा। ये खबर सच है क्या? सरकार ने सचमुच इस बारे में कोई निर्णय लिया है क्या? अब सरकार इस बारे में क्या घोषणा करती है, इसका इंतजार है।