शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने की जमकर नारेबाजी
सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर जहां महायुति में सहयोगी दलों के बीच खींचतान चल रही है, वहीं अब बीजेपी और शिंदे गुट के कार्यकर्ता भी महायुति की सभाओं में मारपीट करने लगे है। सांसद गजानन कीर्तिकर द्वारा उत्तर पश्चिम मुंबई में महायुति सभा में विपक्ष के पीछे केंद्रीय मशीनरी लगाने की भाजपा की नई संस्कृति की आलोचना करने के बाद, अब यह समझा जा रहा है कि भाजपा ने उत्तर पश्चिम मुंबई निर्वाचन क्षेत्र में शेष महायुति सभाओं को रद्द कर दिया है। दूसरी ओर, पूर्वोत्तर मुंबई में भाजपा उम्मीदवार मिहिर कोटेचा की प्रचार रैली के बैनर पर बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे की कोई तस्वीर नहीं होने पर शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने आक्रामक रुख अपनाया और अपनी नाराजगी व्यक्त की।
हाल ही में उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र के गोरेगांव में महायुति की सभा हुई थी। सभा में बोलते हुए सांसद गजानन कीर्तिकर ने केंद्रीय मशीनरी को विपक्ष के पीछे लगाने की भाजपा की नई संस्कृति की आलोचना की। माना जा रहा है कि यह आलोचना बीजेपी पर भारी पड़ी है और कीर्तिकर के आलोचना करने के बाद बीजेपी ने उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र में महायुति की बाकी सभाएं रद्द कर दी हैं। दो महीने पहले जब सीट बंटवारे पर चर्चा हो रही थी तब भी कीर्तिकर ने बीजेपी की कड़ी आलोचना की थी। चर्चा थी कि सीट बंटवारे में शिंदे गुट को १२ लोकसभा सीटें मिलेंगी। हमें यह फार्मूला स्वीकार नहीं है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि हम बीजेपी के दावे से बंधे नहीं हैं। अब जब उन्होंने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है तो महायुति में खलबली मच गई है।
महायुति में खींचतान के बीच गुरुवार को एक और घटना ने तनाव बढ़ा दिया है। गुरुवार शाम मुंबई उपनगर के भांडुप इलाके में महायुति की सभा आयोजित की गई थी। यह सभा उत्तर पूर्व मुंबई से भाजपा उम्मीदवार मिहिर कोटेचा के प्रचार के लिए आयोजित की गई थी। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, बीजेपी के मुंबई प्रदेश अध्यक्ष आशीष शेलार मौजूद थे। हमेशा की तरह कार्यक्रम स्थल पर राजनीतिक बैनर लगाए गए थे। हालांकि, सभा स्थल पर लगे बैनरों पर बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे की कोई तस्वीर नहीं थी। इसलिए शिंदे गुट के लोग बहुत आक्रामक हो गए। मंच पर बीजेपी नेता आशीष शेलार बोल रहे थे तो अशोक पाटील मंच पर पहुंचे और वहां जाकर सबके सामने अपनी नाराजगी जाहिर की। अशोक पाटील और अन्य पदाधिकारी कड़ी नाराजगी जताते हुए सभा से चले गए। बीजेपी नेताओं ने उन्हें समझाने की कोशिश की। हालांकि शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी कर अपनी नाराजगी जाहिर की। इससे सभा में तनाव का माहौल बन गया।