प्रेम यादव / भायंदर
भायंदर-पूर्व की जेसल पार्क चौपाटी पर हर साल की तरह इस बार भी गणेश मूर्ति विसर्जन का भव्य आयोजन किया गया, जहां सैकड़ों गणपति मूर्तियों का विसर्जन होना था, लेकिन इस बार मनपा प्रशासन की लापरवाही और सुस्त रवैये ने भव्य आयोजन की सुंदरता को फीका कर दिया। विसर्जन स्थल पर क्रेन की मदद से खाड़ी में मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है, लेकिन इस बार मीरा-भायंदर मनपा के वरिष्ठ अधिकारी गायब रहे, जिसके कारण विसर्जन की प्रक्रिया में भारी देरी हुई। सुबह ५ बजे तक कई मूर्तियां लगभग ६० के ऊपर कतार में लगी रहीं और मनपा आयुक्त, सहायक आयुक्त, उपायुक्त और अन्य उच्च अधिकारी इस महत्वपूर्ण अवसर पर नदारद थे।
अधिकारियों की गैरमौजूदगी से आयोजन पर छाया संकट
इस वर्ष सैकड़ों पंडालों ने जेसल पार्क चौपाटी पर गणेश विसर्जन के लिए मूर्तियों को लाया था, लेकिन मनपा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर न पहुंचकर जनता को मुश्किल में डाल गए। विसर्जन के लिए लगाए गए क्रेन भी धीमी गति से काम कर रहे थे और कोई उचित समन्वय न होने के कारण मूर्तियों का विसर्जन पूरी रात चलता रहा। सुबह ८ बजे तक भी कई मूर्तियां विसर्जन की कतार में थीं, जिससे स्थानीय गणपति मंडलों और भक्तों में भारी नाराजगी थी।
शेरा ठाकुर ने जताई नाराजगी
श्री एकदंत मित्र मंडल के अध्यक्ष शेरा ठाकुर ने बताया कि सुबह ५ बजे तक हमारी मूर्ति कतार में थी और प्रशासन का कोई अधिकारी नजर नहीं आया। मनपा के वरिष्ठ अधिकारियों की उदासीनता के कारण हमें परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बार की व्यवस्था सबसे खराब थी। मनपा के अधिकारी अगर अपनी जिम्मेदारी समझते तो हमें इतनी तकलीफ सहनी नहीं पड़ती।
नवघर पुलिस ने संभाली स्थिति, दिखाई तत्परता
मनपा अधिकारियों की गैरमौजूदगी से निराश भक्तों के बीच नवघर पुलिस स्टेशन की टीम ने सक्रियता दिखाई और विसर्जन की प्रक्रिया को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नवघर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों ने पूरी रात चौपाटी पर तैनात होकर व्यवस्था बनाए रखी। पुलिस विभाग ने क्राउड कंट्रोल से लेकर विसर्जन स्थल पर व्यवस्था बनाए रखने तक हर काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
सुबह तक विसर्जन जारी रहा
सुबह ८ बजे तक भी पूरी तरह से सभी मूर्तियों का विसर्जन नहीं हो पाया था। कई मूर्तियां कतार में लगी रहीं और भक्तों को असुविधा का सामना करना पड़ा।