सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में मराठी लोगों को आवास न देने के कई मामले सामने आए। इसके बाद अब महाराष्ट्र की वित्तीय राजधानी मुंबई में मराठी युवाओं को नौकरियों में भी ‘नो एंट्री’ का रास्ता दिखाया जा रहा है। ताजा मामले में गुजरात की एक कंपनी ने इस तरह का करामात किया है। कंपनी द्वारा डिजाइनर पद के लिए दिए गए विज्ञापन में कहा गया है कि भूमिपुत्र उम्मीदवार इसके लिए आवेदन न करें, बल्कि केवल गैर भूमिपुत्र ही फॉर्म भरें। यह मामला आने के बाद लोगों ने जोरदार तरीके से गुस्सा जाहिर किया है।
मुंबई के अंधेरी इलाके के मरोल स्थित ‘आर्या गोल्ड’ नाम की कंपनी ने इनडीड वेबसाइट पर मैनेजर पद के लिए विज्ञापन दिया था। विज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि केवल पुरुष उम्मीदवार और ‘गैर भूमिपुत्र’ उम्मीदवार ही इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस विज्ञापन के वायरल होने के बाद भूमिपुत्रों में गुस्से की लहर दौड़ गई। इसके चलते आखिरकार कंपनी ने अपना विज्ञापन बदल दिया।
कार्रवाई की हुई मांग
मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी के साथ ही यह देश की वित्तीय राजधानी भी है। यहां विदेशों से लाखों लोग रोजगार के लिए आते हैं। मुंबई में लाखों परप्रांतीय बसे हुए हैं। मराठी महाराष्ट्र की राज्य भाषा है। इसलिए यहां नौकरी में भूमिपुत्रों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। इसके बावजूद सार्वजनिक रूप से भूमिपुत्र व्यक्ति को नौकरी देने से इनकार करने का दुस्साहस करने वाली कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।