सामना संवाददाता / मुंबई
दादर में स्थित ८० साल पुराने हनुमान मंदिर को अवैध ठहराते हुए रेलवे प्रशासन ने इसे हटाने का नोटिस जारी किया था। लेकिन भक्तों और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की जोरदार गर्जना के बाद सरकार ने झुकते हुए इस कार्रवाई को स्थगित कर दिया है।
मध्य रेलवे के प्लेटफॉर्म नंबर १२ के पास स्थित इस हनुमान मंदिर को हटाने के आदेश के बाद भक्तों में आक्रोश फूट पड़ा। भक्तों ने चेतावनी दी थी कि मंदिर को हाथ नहीं लगाने देंगे। भले ही बुलडोजर हमारे ऊपर चल जाए। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक आदित्य ठाकरे ने भी इस मामले में सक्रियता दिखाई और शनिवार को मंदिर का दौरा करने की घोषणा की थी। शिवसेना ने इसे हिंदुत्व पर हमला बताया और मंदिर की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाने का संकल्प लिया। शिवसेना के दबाव में सरकार ने पैâसला बदल दिया है। शिवसेना और जनता के भारी विरोध के बाद सरकार ने मंदिर को हटाने की कार्रवाई पर रोक लगा दी है। शिवसेना नेताओं ने इस कदम को हिंदुत्व की जीत बताया और भक्तों से मंदिर की रक्षा के लिए सतर्क रहने की अपील की। हिंदुत्व और धार्मिक स्थलों के संरक्षण को लेकर शिवसेना ने अपने अंदाज में जवाब दिया है। बता दें मंदिर को अवैध बताते हुए रेलवे के सहायक मंडल अभियंता ने मंदिर ट्रस्ट को नोटिस जारी कर सात दिनों के भीतर निर्माण हटाने का निर्देश दिया था। नोटिस में कहा गया था कि अगर ऐसा नहीं किया गया, तो रेलवे खुद कार्रवाई करेगा और उसका खर्च मंदिर ट्रस्ट से वसूलेगा।