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जिंदगी को निगल रहा है नमक! सेवन करनेवालों का दिल देता है दगा, होता है हार्ट-अटैक का ७५ फीसदी अधिक खतरा

सामना संवाददाता / गोरखपुर
विवाह समारोह में नाचने के दौरान, जिम में कसरत करने, खेल के मैदान में या फिर राह चलते-चलते लोगों की मौत की खबरें इन दिनों आम होती जा रही हैं। ऐसा हार्ट अटैक या हार्ट स्ट्रोक के कारण होने का खुलासा बाद में होता है। इस बारे में जांच के बाद ये पता चला है कि ऐसा ज्यादातर अत्यधिक नमक का सेवन करने वाले, मोटापे, उच्च रक्तचाप (बीपी, हाइपरटेंशन) की समस्या से ग्रस्त लोगों के साथ ही होता है। ऐसे लोगों में दिल की दगाबाजी यानी हार्ट-अटैक / हार्ट स्ट्रोक का खतरा ७० से ७५ फीसदी बढ़ जाता है। डॉक्टरों की सलाह है कि ऐसे लोग अगर दवा खा रहे हैं, तो उसे बीच में बंद न करें, वरना यह लापरवाही जानलेवा हो सकती है।
हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि हिंदुस्थान के खासकर मध्यमवर्गीय परिवारों में तेज (ज्यादा) नमक का सेवन आम माना जाता है, लेकिन नमक के सेवन में बरती जानेवाली यही लापरवाही लोगों को हाइपरटेंशन का शिकार बना रही है। उस पर मोटापा ऐसे लोगों के लिए और खतरनाक है।
३० से ३५ फीसदी बीमारी अनुवांशिक
हृदय रोग विशेषज्ञों की माने तो उच्च रक्तचाप की समस्या अनुवांशिक भी होती है। ३० से ३५ फीसदी लोगों में यह बीमारी अपने माता-पिता से आती है। सिर दर्द, नाक से खून आना, धुंधला दिखना, चक्कर आना, पेशाब में खून आना, सांस तेज चलना या सांस लेने में तकलीफ होना, दिल की धड़कन बढ़ना और थकान होने जैसे लक्षण अगर लगातार बने हुए हैं तो यह उच्च रक्तचाप हैं।
दोनों हाथों की बीपी जांच जरूरी
हृदय रोग विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि जिन्हें बीपी की समस्या है, वे लोग अक्सर एक हाथ की बीपी चेक कराते हैं, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। उच्च रक्तचाप की सही रीडिंग के लिए दोनों हाथों की जांच जरूरी है। दोनों हाथों का उच्च रक्तचाप लें और अगर रीडिंग में फर्क है तो डॉक्टर से सलाह जरूर करें। अगर एक हाथ रीडिंग में बढ़ा हुआ है तो बिना घबराए पांच मिनट बाद दोबारा भी नाप सकते हैं।
२० फीसदी तक लोगों की चल रही दवा
राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण (२०१९-२१) के मुताबिक १५ वर्ष से अधिक आयु वर्ग की १६.८ फीसदी महिलाओं और २०.७ फीसदी पुरुषों के बीपी का स्तर ज्यादा है। ऐसे लोगों को दवाएं दी जा रही है। ऐसे लोगों को सलाह दी जाती है कि नमक का इस्तेमाल कम करें। नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए तथा जंक फूड से परहेज करना चाहिए।
कम उम्र के लोगों में बढ़ रहा मर्ज
गौरतलब हो कि हिंदुस्थान के ज्यादातर घरों में लगभग हर उम्र के लोग आचार, मिर्ची सहित अन्य तीखी चीजें खाते हैं। इसमें नमक ज्यादा रहता है। इसलिए इस रोग के शिकार अब २२ से लेकर ४० साल के युवा भी होने लगे हैं। हर १० में चार युवा उच्च रक्तचाप से पीड़ित मिल रहे हैं। इनमें आइसोलेटड उच्च रक्तचाप की समस्या मिल रही है। इसमें केवल युवाओं को उच्च रक्तचाप की समस्या है। उनका शुगर और कोलेस्ट्रॉल बढ़ा नहीं मिला है। ऐसे युवाओं को ३० फीसदी हार्ट-अटैक का खतरा है, वहीं जिन मरीजों का वजन ज्यादा बढ़ रहा हैं उनमें बीएमडी (बॉडी मास इंडेक्स) की शिकायतें मिल रही हैं, ऐसे मरीजों में ७० फीसदी मरीजों को उच्च रक्तचाप की समस्या देखने को मिल रही है। ऐसे ५० फीसदी मरीजों को हार्ट-अटैक का खतरा ज्यादा है।

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