राधेश्याम सिंह
जब कोई नेकदिल इंसान सच्चे मन और कड़ी मेहनत से कोई कर्म करता है तो भाग्य भी उसका साथ देता है। अपनी मेहनत के बलबूते अपना कारोबार खड़ा करनेवाले शहजाद मलिक अपने पिता के साथ धारावी में रहते थे। २००५ में रोजी-रोटी की तलाश में नालासोपारा आए शहजाद मलिक ने कभी सपने में नहीं सोचा था कि एक दिन वे कंस्ट्रक्शन का व्यवसाय करने के साथ ही समाजसेवा करेंगे। मलिक ने बताया जब वे नालासोपारा आए तब रोजी-रोटी की तलाश में संघर्ष करते हुए बतौर इंडस्ट्रीयल कॉन्ट्रेक्टर अपना काम शुरू किया। कंस्ट्रक्शन व्यवसाय में मेहनत कर मलिक अपनी किस्मत को बुलंद करना चाहते थे। अत: उन्होंने प्रॉपर्टी लाइन में अपनी किस्मत को आजमाया और वे कामयाब हो गए। मलिक इंडस्ट्रीयल गाले बनाते और बेचते गए। इसके साथ वो जमीन खरीदने और बेचने का भी व्यवसाय करते रहे। ‘जय हो फाउंडेशन’ संस्था में बतौर पालघर जिला अध्यक्ष नियुक्त होते ही वे अपने व्यापार के साथ-साथ समाजसेवा करने लगे। जरूरतमंदों को अन्न देकर उनकी सहायता करनेवाले मलिक आर्थिक मजबूरी के कारण पढ़ाई न कर पानेवाले बच्चों की पढ़ाई से संबंधित खर्च उठाकर उसकी हर तरह से मदद करते हैं। मालिक ने बताया कि वे कांग्रेस पार्टी के बोईसर विधान सभा के मैनुवर्टी विभाग के जिला उपाध्यक्ष थे। उसके बाद २०२२ में वे कांग्रेस पार्टी के नालासोपारा ब्लॉक अध्यक्ष के तौर पर चुनकर आए। समय-समय पर फ्री ब्लड चेकअप कैंप, ब्लड डोनेशन कैंप, फ्री आई चेकअप, फ्री में चश्मा वितरण कैंप लगा चुके हैं। शहजाद मलिक कहते हैं कि लोगों से मैं अनुरोध करता हूं कि जिससे जितना भी हो सके उतना गरीब और बेसहारा लोगों को अन्न देकर उनकी मदद करें। मानवता का यही धर्म है। एक बेटा और एक बेटी के पिता शहजाद मलिक अपने दोनों बच्चों को पढ़ा-लिखाकर उन्हें होनहार बनाना चाहते हैं। शहजाद मलिक चाहते हैं कि जिस तरह वो जरूरत मंदों की मदद कर रहे हैं उनके बच्चे बड़े होकर लोगों की मदद करते रहें।