सगीर अंसारी
दुनिया में ऐसे भी लोग हैं, जो सिर्फ अपने काम पर विश्वास रखते हुए लोगों की सेवा को अपना धर्म समझते हैं। ऐसे ही एक समाज सेवक इरफान खान ने काफी कम उम्र में सफलता की ऊंचाइयों को छूते हुए समाज में अपना एक अलग मुकाम बनाया। मुंबई में जन्मे इरफान खान ने शिवाजी नगर में रहते हुए यहां के लोगों की समस्याओं को देखा और अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद अपने पुश्तैनी ट्रांसपोर्ट के कारोबार में कदम रखते हुए उन्होंने अपना बिजनेस शुरू किया। बिजनेस के साथ ही उन्होंने लोगों के स्वास्थ्य व शिक्षा में उनकी मदद कर अपनी समाजसेवा शुरू की और जल्द ही उन्होंने ‘बेस्ट सहयोग फाउंडेशन’ नामक एनजीओ की शुरुआत की। लोगों के मुफ्त इलाज के लिए मेडिकल और लोगों के कागजात को दुरुस्त करने के लिए वैंâप का आयोजन करने जैसे अनेक कार्य उन्होंने किए। उनकी जनसेवा को देखते हुए समाजवादी पार्टी के मुंबई अध्यक्ष व विधायक अबू हाशिम आजमी ने इन्हें क्षेत्र में नगरसेवक चुनाव का टिकट दिया। वॉर्ड क्रमांक १३८ महिला आरक्षित होने की वजह से उन्होंने अपने घर की महिला को चुनाव के मैदान में उतारा और काफी मतों से चुनाव में सफलता पाई। चुनाव जीतने के बाद वॉर्ड के सभी कार्यों की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेते हुए जनसेवा में बढ़े हुए उनके कदम रुके नहीं। क्षेत्र में शिक्षा के गिरते हुए स्तर को देखते हुए उन्होंने स्कूल के निर्माण कार्य सहित अच्छी शिक्षा प्रणाली के लिए काफी अहम काम किए, जिनमें क्षेत्र में मनपा द्वारा संचालित स्कूल को बहुमंजिला इमारत बनाने का भी काम था। इसके साथ ही खंडहर होते सब्जी मार्वेâट के पुनर्निर्माण के लिए भी वे कोशिश कर रहे हैं। लोगों की समस्याओं को लेकर अधिकारियों से मिलना उनकी जिंदगी का रूटीन बन गया है। बुजुर्ग व यात्रियों के लिए सड़क किनारे बने टैक्सी व रिक्शा स्टैंड का नवीकरण कर वहां शेड बनवाकर उनके बैठने की व्यवस्था की। शिवाजी नगर में अपनी अलग पहचान बनानेवाले इरफान खान का कहना है कि उनका सपना है कि आनेवाले समय में शिवाजी नगर का शुमार मुंबई के पॉश इलाकों में हो। इसके लिए वह दिन-रात बिना रुके अपने काम को अंजाम देते रहेंगे।