सामना संवाददाता / नई दिल्ली
पूर्व क्रिकेटर और तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद कीर्ति आजाद ने केंद्रीय बजट में राज्यों के साथ होने वाले भेदभाव का जिक्र करते हुए कहा है कि जिन राज्यों के खिलाड़ी ओलिंपिक में सबसे ज्यादा मेडल लाकर दे रहे हैं, वहां खेलों के विकास के लिए मोदी सरकार ने कम पैसे दिए हैं, जबकि गुजरात जिसका खेलों और सेना में सबसे कम प्रतिनिधित्व है, वहां सबसे ज्यादा पैसे दिए गए हैं। उन्होंने ‘खेलो इंडिया’ स्कीम के तहत राज्यों को आवंटित बजट का जिक्र करते हुए कहा कि एक ऐसा राज्य, जिसका खेल या भारतीय सशस्त्र बलों से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन बजट का अधिकांश आवंटन उसे ही मिलता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर उन्होंने खेलो इंडिया स्कीम के तहत आवंटित राशि का चार्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘मणिपुर और हरियाणा भारत को सबसे ज्यादा ओलिंपिक पदक दिलाते हैं, लेकिन अंदाजा लगाइए कि किस राज्य को खेल विकास के नाम पर सबसे ज्यादा फंड मिलता है? गुजरात एक ऐसा राज्य है, जिसका खेल या भारतीय सशस्त्र बलों से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन अधिकांश बजट आवंटन उसे मिलता है।’
उन्होंने जो चार्ट शेयर किया है, उसके मुताबिक, हरियाणा को बजट में खेलो इंडिया स्कीम के तहत ६६.५९ करोड़ और मणिपुर को ४६.७१ करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, जबकि गुजरात को ४२६.१३ करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, जो उत्तर प्रदेश के बाद सबसे ज्यादा है। यूपी को कुल ४३८.२७ करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। इस स्कीम के तहत सभी राज्यों को कुल २१६८.७८ करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
खेलो इंडिया स्कीम
हरियाणा को ६६.५९ करोड़
मणिपुर को ४६.७१ करोड़
गुजरात को ४२६.१३ करोड़