भाजपा राज में बिगड़ रहे हैं पड़ोसी देशों से संबंध
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भागकर भारत तो आ गर्इं और भारत ने उन्हें शरण दिया, लेकिन अब शेख हसीना के चलते केंद्र की मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। शेख हसीना को भारत में शरण देने से मोदी सरकार के बांग्लादेश के साथ रिश्ते तल्ख हो सकते हैं। शेख हसीना के मामले में टेंशन में आई मोदी सरकार की विदेश नीति अब फेल होती नजर आ रही है। ऐसे में मोदी सरकार अपने विदेश नीति को लेकर घिरती दिख रही है। जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है तब से भारत के पडोसी देशों के साथ रिश्ते बिखर गए हैं। पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, मालद्वीव, श्रीलंका के बाद अब बांग्लादेश के साथ भी भारत के संबंध बिगड़ सकते हैं।
बता दें कि बांग्लादेश से शेख हसीना भारत में संबंध आ तो गर्इं, लेकिन अब यहां से उनका कहीं और जाना बेहद मुश्किल है। बांग्लादेश में मोहम्मद युनुस के नेतृत्व में बनी अंतरिम सरकार ने शेख हसीना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द कर दिया है यानी कि अब शेख हसीना किसी भी दूसरे देश की यात्रा नहीं कर सकती हैं तो उनके पास एक ही उपाय है कि वो जहां हैं अब वहीं रहें यानी कि भारत में ही रहें। दूसरा ऑप्शन है कि वो बांग्लादेश वापस लौट जाएं, लेकिन अगर शेख हसीना बांग्लादेश जाती भी हैं तो तुरंत ही उनकी गिरफ्तारी हो जाएगी। वहां सरकार उन पर केस चलाने के लिए तैयार बैठी है या फिर वो भारत में ही रह जाएं, जिसके लिए शायद यहां की सरकार कभी तैयार नहीं होगी।