सामना संवाददाता / नई दिल्ली
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह का बड़बोलापन सामने आया है। एक इंटरव्यू के दौरान राज्य में फैली अराजकता को लेकर उन्होंने कहा कि मैं पद से इस्तीफा क्यों दूं। मैंने जो कुछ भी कदम उठाए थे, वह राज्य की सुरक्षा के लिए थे। उन्होंने कहा कि मैं कोई चोर थोड़े ही हूं कि मैंने कुछ सरकार में रहते हुए चुराया है। उन्होंने दावा किया कि राज्य की ‘रक्षा’ के प्रयासों में लोग उनके साथ हैं इसलिए उनके इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है। बता दें कि एन बीरेन सिंह मणिपुर में पिछले साल मई में भड़की जातीय हिंसा को लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं। कुकी संगठन उन पर जातीय हिंसा में मेइती समुदाय का पक्ष लेने का आरोप लगा रहे हैं। इसके बावजूद वे अपना बचाव कर रहे हैं। यही नहीं अपनी नाकामी को छुपाते हुए उन्होंने अवैध अप्रवासियों और मादक पदार्थों के खिलाफ अपनी सरकार के अभियान को जातीय हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि मैंने राज्य को अवैध प्रवासियों, पोस्त की अवैध खेती से बचाया है। मेरा काम मणिपुर और मणिपुर के लोगों की रक्षा करना है। इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है।