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हर फिक्र को धुएं में उड़ाता चला गया! … महंगाई के दौर में सिगरेट और शराब की बिक्री बढ़ी

सामना संवाददाता / मुंबई
एक तरफ जहां महंगाई की मार से लोग परेशान हैं, वहीं दूसरी तरफ हिंदुस्थान में सिगरेट की बिक्री की मात्रा पिछले साल में सबसे तेज गति से बढ़ी है। सिगरेट के अलावा लोगों ने शराब की खरीद पर वही दिलचस्पी कायम रखी। शराब बिक्री के आंकड़े हैरान करनेवाले हैं। लोग जहां एक ओर अपने रोजमर्रा के जीवनयापन में इस्तेमाल होनेवाले सामानों में कटौती कर रहे हैं, वहीं सिगरेट और शराब में पैसे खर्च कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, साल २०२२ के अंतिम चार महीनों में बाजार के अंदर सिगरेट के मौजूदा मार्केट में १०% की बढ़त हुई है। वहीं शराब की मात्रा में १२ ज्ञ् तक की बढ़त चौंकाने वाली है। शराब की बढ़त में सबसे ज्यादा मांग व्हिस्की, ब्रांडी, रम, वोडका और जिन की की जा रही है।
दरअसल, भारत सरकार द्वारा सिगरेट के लिए कोई ज्यादा टैक्स नहीं लगाया जाना और कई सालों तक टैक्स में किसी भी प्रकार का फेरबदल न करना भी मार्केट के बढ़ने में एक बड़ा हाथ है। वहीं सरकार द्वारा बाजार में तस्करी के जरिए आनेवाली सिगरेटों पर कड़ी कार्रवाई उचित तरीके से आने वाली सिगरेटों के मार्केट बढ़ने में एक उत्तम मदद साबित हुई। इस साल नए करों का मार्केट पर कुछ खास असर देखने को नहीं मिला है। आनेवाले समय में काम कर रहे। नौजवान अधिकतर अपने लाइफस्टाइल को लेकर काफी व्यवस्थित रहेंगे। वे अपने जीवन को आसन और बेहतरीन बनाने पर ज्यादा खर्च करेंगे। एक्सपर्ट और लोगों का मानना है कि आनेवाले समय में एक अच्छा मार्वेâट बनेगा, जिसका असर बाजार में उत्पादों के उपयोग में बढ़त नजर आएगी।

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