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`ईडी’ राज में `फर्श’ पर स्वास्थ्य विभाग : नसबंदी के बाद  ४३ महिलाओं को ठंडी जमीन पर सुलाया!

परिजनों ने की अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में महायुति सरकार जहां गठन के बाद मंत्रियों के विभाग बंटवारे को लेकर मस्त है तो वहीं दूसरी तरफ राज्य की जनता परेशान है। लोग बद से बदतर हालात में जीने को मजबूर हो रहे हैं। खासकर, स्वास्थ्य विभाग की हालत ज्यादा खराब हो गई है। मरीजों को बेहतर सेवा के बजाय मरने के लिए छोड़ दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग में मरीजों के साथ हो रही दुर्व्यवहार की एक चौंकाने वाली घटना महाराष्ट्र के िंहगोली जिले के कलमनुरी तहसील के आखाडा बालापुर स्थित ग्रामीण अस्पताल में सामने आई है। दरअसल, नसबंदी ऑपरेशन के बाद ४३ महिलाओं को कड़ाके की ठंड में फर्श पर सुलाया गया। अस्पताल में बेड की कमी के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि `ईडी’ सरकार के राज में स्वास्थ्य व्यवस्था `फर्श’ पर आ गई है। इस घटना पर स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह रवैए पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को बालापुर के ग्रामीण अस्पताल में ४३ महिलाओं की नसबंदी की गई, लेकिन ऑपरेशन के बाद महिलाओं को आराम के लिए बेड उपलब्ध नहीं कराए गए। ठंड के मौसम में महिलाओं को फर्श पर ही लिटाया गया। घटना उजागर होने के बाद स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अस्पताल प्रशासन और जिम्मेदार डॉक्टरों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इस घटना ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और प्रशासन की अनदेखी को उजागर किया है। नागरिकों का कहना है संबंधित अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।

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