-स्वतंत्रता सेनानी की ८० वर्षीय पत्नी को जलाया गया
-छोटी-छोटी बच्चियों को बेरहमी से पीटा गया-एक, -दूसरे की महिलाओं से हुए बलात्कार और हत्या
सामना संवाददाता / कोलकाता
मणिपुर में हिंसा को फैले करीब पौने तीन महीने हो चुके हैं। अब वहां की भयावह कहानियां एक-एक करके बाहर आ रही हैं। उन पर नजर डालने से पता चलता है कि वहां हर दिन दिल दहला देनेवाली घटनाएं घटी हैं। पता चला है कि मणिपुर में गत २८ मई को बड़े ही नृशंस तरीके से एक स्वतंत्रता सेनानी की ८० वर्षीय पत्नी को जला दिया गया था। अब कई ऐसे वीडियो सर्वुâलेट हो रहे हैं, जिसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि वैâसे वहां पर छोटी-छोटी बच्चियों को बेरहमी से पीटा जा रहा है। ऐसे दृश्य रूह को कंपा देनेवाले हैं। मणिपुर से जो खबरें आ रही हैं, उससे पता चलता है कि वहां हिंसा पैâलने के बाद बड़ी संख्या में दोनों समुदायों की महिलाओं के साथ बलात्कार करके उनकी हत्या कर दी गई है।
बता दें कि मणिपुर के एक गांव में दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी एस. चुराचंद सिंह की ८० वर्षीय पत्नी इबेटोम्बी को उनके घर में बंद कर जिंदा जला दिया गया था। मृतका के पोते के मुताबिक, जब उनके गांव पर हमला हुआ तो दादी के आखिरी शब्द थे, ‘भाग जाओ, मुझे लेने वापस आना’। बता दें कि स्वतंत्रता सेनानी चुराचंद कितने महत्वपूर्ण व्यक्ति थे, यह इसी से समझा जा सकता है कि उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने विशेष रूप से सम्मानित किया था।
इरोम का सवाल
मोदी क्यों चुप हैं?
पूर्वोत्तर की मशहूर मानवाfिधकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला ने निर्वस्त्र महिलाओं के परेड की घटना को ‘अमानवीय’ और ‘बहुत परेशान करने वाला’ कहा है। इरोम ने पीएम मोदी से पूछा कि वे इस मामले में चुप क्यों हैं? इरोम ने मणिपुर में स्थिति से निपटने के लिए मोदी को तुरंत दखल देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वह उस वीडियो क्लिप को देखने के बाद अपने आंसू नहीं रोक पार्इं, जिसमें गत ४ मई को कांगपोकपी जिले में दो महिलाओं को गैंगरेप के बाद निर्वस्त्र घुमाते दिखाया गया है।