-मुंबईकरों को लग रहे चटके…बेमौसम बारिश की भी है संभावना
सामना संवाददाता / मुंबई
विदर्भ समेत पूरे राज्य में पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। एक तरफ विदर्भ के आधे हिस्से में तापमान ४० डिग्री के पार पहुंच गया है, तो दूसरी तरफ अचानक बारिश ने दस्तक दे दी है। अचानक हुई इस बेमौसम बारिश से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। कल भी विदर्भ के वाशिम और बुलढाणा को छोड़कर बाकी हिस्सों में ३०-४० किमी प्रति घंटे की तेज हवाओं और बिजली की ग़ड़गड़ाहट के साथ बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके साथ ही नागपुर क्षेत्रीय मौसम विभाग ने अकोला अमरावती और यवतमाल में लू चलने की भी संभावना जताई है। दूसरी तरफ भीषण गर्मी के चटके मुंबईकरों को सहन करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से विदर्भ में तापमान लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश के कई हिस्सों में रुक-रुककर बेमौसम हो रही बारिश के बाद तापमान फिर से बढ़ रहा है। कल विदर्भ के लगभग सभी जिलों में तापमान ४० डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। कल विदर्भ के वाशिम जिले में सबसे अधिक तापमान ४१.४ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उसके बाद ब्रह्मपुरी में अधिकतम तापमान ४१.० डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आज अप्रैल के पहले दिन विदर्भ के अमरावती, अकोला, यवतमाल में दिन में और वर्धा, नागपुर, चंद्रपुर में रात में गर्म हवाएं चलेंगी। नागपुर क्षेत्रीय मौसम विभाग ने भी भविष्यवाणी की है कि आज से तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा।
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए ये करें उपाय
भीषण गर्मी से हीट स्ट्रोक के खतरे से बचने के लिए राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने पहले ही एडवाइजरी जारी कर दी है। इसमें कहा गया है कि हीट स्ट्रोक के प्रभाव को कम करने के लिए पर्याप्त पेय पदार्थों का सेवन, हल्के कपड़े पहनने और उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन के महत्व पर जोर दिया है। दूसरी तरफ चिकित्सक भी बेहोशी जैसे लक्षण होने पर तत्काल चिकित्सा सहायता लेने के महत्व पर जोर दे रहे हैं। उनका कहना है कि इस बचने के लिए ओआरएस और घर पर बने पेय जैसे लस्सी, नींबू पानी और छाछ का सेवन करना चाहिए।
मुंबई में आग उगल रहे सूरज देवता
मुंबई में भी दोपहर के समय भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी के चटके लगने से मुंबईकरों की हालत खराब हो गई है। घरों से बाहर निकल रहे लोगों के गले सूख रहे हैं, जबकि होठों पर पपड़ी पड़ जा रही है। आलम यह है कि अधिकांश लोग भीषण गर्मी और धूप की वजह से घरों और कार्यालयों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं।