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यूपी में भीषण बारिश का कहर! …11 लोगों की मौत, कई जिलों में स्कूल रहे बंद

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

यूपी में पिछले 24 घंटे के दौरान बारिश से जुड़ी घटनाओं में 19 व्यक्तियों की मौत हुई है। राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में भारी बारिश, डूबने और बिजली गिरने से हरदोई में चार, कन्नौज में दो और देवरिया, कानपुर शहर, रामपुर, संभल और उन्नाव में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वी उप्र में 14 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना है। जबकि 17 तारीख तक हल्की बारिश जारी रहेगी। बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है। बीते 24 घंटे में प्रदेश के 22 जिलों मुरादाबाद, संभल, कन्नौज, रामपुर, हाथरस, बाराबंकी, कासगंज, बिजनौर, अमरोहा, बहराइच, लखनऊ, बदायूं, मैनपुरी, हरदोई, फिरोजाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, कानपुर, सीतापुर, फर्रुखाबाद, लखीमपुर खीरी और फतेहपुर में 40 मिमी से अधिक बारिश हुई है। बाराबंकी, मऊ, बलिया बदायूं, फर्रुखाबाद, कासगंज, खीरी, मेरठ, कुशीनगर, और मुजफ्फरनगर जिलों में दस जिलों की 19 तहसीलें बाढ़ से प्रभावित हैं। 173 गांव और 55,982 की आबादी प्रभावित हुई है।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वी उप्र में 14 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि 17 तारीख तक हल्की बारिश जारी रहेगी। राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में भी 17 तारीख तक बारिश और बौछारें पड़ने की संभावना है। 15 सितंबर तक राज्य में बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि बाराबंकी में रेलवे ट्रैक पर पानी आ जाने से कई ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुई है। स्मार्ट सिटी लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने मौसम विभाग द्वारा जारी की गयी बिजली कड़कने के साथ भारी वर्षा की चेतावनी के दृष्टिगत सोमवार को बारहवीं तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश देने के साथ लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर ना निकलने की सलाह दी। जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य की राजधानी के विभिन्न हिस्सों में जलजमाव से उत्पन्न होने वाली समस्या पर तत्काल ध्यान दिया जा रहा है और सोमवार सुबह आठ बजे तक 24 घंटे में 99.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। कई जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीम को तैनात कर उन्हें हाई अलर्ट पर रखा गया है। भोजन के पैकेट और खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है तथा पशुओं का टीकाकरण एवं चिकित्सा शिविर क्रियाशील हैं। कृषि क्षति का मूल्यांकन किया जा रहा है।शहरों में भी जल भराव है, राज्य में कोई भी नदी खतरे के स्तर से ऊपर नहीं बह रही है। लेकिन दो नदियों बिजनौर में गंगा और मिर्जापुर में सोन नदी (बाणसागर बांध) में वृद्धि की प्रवृत्ति देखी गई है।”

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