अनिल मिश्रा / उल्हासनगर
उल्हासनगर में एक तरफ जहां पर सिंधी समाज को लुभाने के लिए दूसरा सिंधु भवन बनाने की तैयारी चल रही है। वहीं पर उल्हासनगर में लंबे समय से उल्हासनगर के हिंदी भाषी भवन का सपना देख रहे हैं। कई बार पत्र व्यवहार किया गया। पर राजनीतिक पार्टियां हिंदी भाषी भवन को लेकर उदासीन दिखाई दे रही हैं। इतना ही नहीं उल्हासनगर मनपा आयुक्त अजीज शेख को जगह के लिए करीबन एक साल पहले पत्र दिए हो गए, परंतु अब तक मनपा प्रशासन की तरफ से किसी भी खली जगह को देने के बारे में नहांr बताया गया है। उल्हासनगर के राजनीतिक, मनपा प्रशासन की अनदेखी के कारण उल्हासनगर के हिंदी भाषी समाज में आक्रोश पनपता दिखाई दे रहा हैं।
बता दें कि उल्हासनगर से ५० प्रतिशत सिंधी समाज दूसरे शहर कल्याण, अंंबरनाथ, कल्याण ग्रामीण, बदलापुर की तरफ पलायन कर चुका है। शेष में से कुछ लोग पलायन की तैयारी में हैं। इसके बावजूद उल्हासनगर वैंâप नंबर तीन के सपना गार्डन में आरक्षण की जगह पर सिंधु भवन बन कर तैयार है, वहीं दूसरे सिंधी भवन बनाने की घोषणा उल्हासनगर वैंâप नंबर ५ में राशन कार्यालय में खाली जगह पर की गई। इतना ही नहीं सैकड़ों जगह जहां पर शौचालय, अन्य जगह थी वहां पर समाज मंदिर बनाया गया है। जिसकी स्थिति ऐसी है कि आज तक उस समाज मंदिर का उपयोग तक नहीं हुआ है। उत्तर भाषी भवन के लिए अब तक चंद्रकांत मिश्रा, अनिल पांडेय (दबंग), प्रभुनाथ गुप्ता, संजय सिंह, दिनेश अग्रहरी जैसे उत्तर भारतीय नेताओं ने शासन, प्रशासन से मांग कर चुके हैं। बताया गया है कि उल्हासनगर में उत्तर भारतीय समाज के लोगों के सामाजिक, धार्मिक कार्य के लिए समाज हॉल नहीं हैं। ऐसे में काफी महंगे हॉल में उत्तर भारतीय समाज को उपर्युक्त कार्य करना पड़ती है। सस्ते दर पर समाज कार्य हो इसके लिए संतोष पाण्डेय ने सर्वदलीय लोगों को साथ लेकर हिंदी भाषी फाऊंडेनशन नामक सामाजिक संस्था बनाई। संतोष पांडेय को अध्यक्ष चुना गया। संतोष पांडेय ने आयुक्त अजीज शेख को स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद के नाम पर भवन बनाने के लिए रिजेंसी एंटेलिया जो सेंचुरी स्कूल के सामने बनाया गया है। उसमें सर्वे नबर ५३ या फिर अन्य जगह पर भवन के लिए जगह देने की मांग की है। आज एक साल होने को हैं मनपा आयुक्त अजीज शेख को मांग पत्र दिए हुए। परंतु आज तक खाली जगह के विषय में जबाब नहीं मिला है। शासन-प्रशासन की उत्तर भारतीय भवन के प्रति उदासीनता को देख कर उत्तर भारतीय समाज का शासन, प्रशासन के प्रति आक्रोश है। हिंदी भाषी फाऊडेशन के पदाधिकारियों ने डॉ. श्रीकांत शिंदे (सांसद), कुमार आयलानी, गणपत गायकवाड़, डॉ. बालाजी किनिकर (विधायक), पप्पु कालानी (पूर्व विधायक), लीलाबाई आसान (पूर्व महापौर), पंचम कालानी (अध्यक्ष, राकांपा व पूर्व महापौर) भगवान भालेराव (पूर्व उपमहापौर, अध्यक्ष आरपीआई (आठवले) को पत्र दिया गया है। संतोष पांडेय ने बताया कि पिछले बजट में मनपा ने उत्तर भारतीय भवन के लिए बजट भी रखा था। परंतु बजट का क्या हुआ, आयुक्त अजीज शेख ही जानें? मनपा प्रशासन भी उत्तर भारतीय समाज को लॉलीपॉप दे रहा है। शासन-प्रशासन के इस बर्ताव से उत्तर भारतीय समाज काफी खफा है।