सामना संवाददाता / मुंबई
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने लगातार सबूतों के साथ देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए। फडणवीस ने गुस्से में आकर बदले की भावना से मलिक के खिलाफ ईडी-सीबीआई की कार्रवाई की। जब नवाब मलिक जमानत पर रिहा हुए और विधान सभा में सरकारी बेंच पर बैठे, तो फडणवीस ने मलिक के खिलाफ अजीत पवार को एक लंबा पत्र लिखा, जैसे कि उनके पास नैतिक दिशा-निर्देश देने का अधिकार हो। अब सोमवार को नवाब मलिक ने सरकार में घटक दल को अपना समर्थन दिया है।
क्या आज देवेंद्र फडणवीस का वह पत्र खो गया है? अगर उन्हें यह नहीं मिला तो मेरे पास पत्र है, मैं इसे फडणवीस को दे दूंगा। ऐसा जोरदार हमला करते हुए शिवसेना नेता सांसद संजय राउत ने फडणवीस की आलोचना की। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि नवाब मलिक को लेकर फडणवीस का पत्र एक ऐतिहासिक दस्तावेज है जो देशभक्ति की मिसाल है। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अजीत पवार गुट की ओर से राज्यभर में जन सम्मान यात्रा का आयोजन किया गया है। रविवार को पुणे में शुरू हुई यात्रा सोमवार को मुंबई पहुंची। यहां अजीत पवार ने नवाब मलिक के साथ बैठकर खाना खाया और उनसे तमाम विषयों पर चर्चा की। इसको लेकर संजय राऊत ने फडणवीस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा अणुशक्ति नगर विधायक नवाब मलिक के नामांकन का कड़ा विरोध कर रही है। इसलिए यह लगभग तय है कि उनकी बेटी सना मलिक को आगामी चुनाव में पार्टी से टिकट मिलेगा।