इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ का मामला सुर्खियों में रहते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। ईवीएम में वोटर्स की क्षमता बढ़ाने के पैâसले को कोर्ट में चुनौती दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को याचिका पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग को जवाब दाखिल करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा, मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या कैसे बढ़ी? मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ ने चुनाव आयोग के वकील मनिंदर सिंह को इस संबंध में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया। अगली सुनवाई से पहले प्रतिवादियों के लिए याचिकाकर्ताओं द्वारा शपथ पत्र की प्रति दिए जाने का भी निर्देश दिया गया है। अदालत ने पूछा कि एक ईवीएम जो १,५०० लोगों के वोट रिकॉर्ड कर सकती है, वह १,५०० से अधिक मतदाताओं वाले मतदान केंद्र की जरूरतों को वैâसे पूरा कर सकती है। दरअसल, प्रति मतदान केंद्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या १,२०० से बढ़ाकर १,५०० करने के चुनाव आयोग के पैâसले को चुनौती देने वाली एक जनहित याचिका पर मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष सुनवाई हुई थी।