सामना संवाददाता / पुणे
दंगों के कारण महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था पहले ही डांवांडोल हो चुकी है। उस पर मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की पुलिस ने निरंकुशता का परिचय देते हुए कल पंढरपुर यात्रा के लिए निकले वारकरियों (भक्तों) को बेरहमी से पीट दिया। पुलिस ने वारकरियों पर जमकर लाठियां भांजी। ३०० वर्षों की गौरवशाली परंपरावाली पंढरपुर की आषाढ़ी वारी (यात्रा) संतश्रेष्ठ ज्ञानेश्वर माउली की पालकी आलंदी से रवाना होने से पहले यह निंदनीय घटना घटित हुई। बताया जा रहा है कि मुंबई में प्रवेश को लेकर वारकरियों और पुलिस के बीच बहस हुई, जिसके बाद बिफरी पुलिस ने वारकरियों पर सीधे लाठियों से हमला कर दिया। कंधे पर भगवा झंडा लिए भक्तों को अमानवीय तरीके से पीटती पुलिस का हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है। इस घटना से हर ओर आक्रोश की लहर पैâल गई है। वारकरियों पर यह हमला महाराष्ट्र की अस्मिता पर ही हमला है, इस घटना को लेकर सभी स्तरों से सरकार के प्रति विरोध दर्ज किया जा रहा है।