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कब तक यूं ही दम तोड़ते रहेंगे बेजुबान? जीवन की डोर काट रहा चीनी मांझा

सामना संवाददाता / मेरठ

शौक रखने वालों की लापरवाही इंसानों के साथ बेजुबान पक्षियों की जान पर भारी पड़ रही है। आसमान में परवाज भरने वाले परिंदों की जिंदगी की डोर यह खतरनाक मांझा काट रहा है। जिससे लोगों की चंद मिनटों की खुशी बेजुबानों के पंख काट रही है। जिससे वे उड़ने से भी मोहताज हो रहे हैं। इन दिनों लोग जमकर पतंगबाजी कर रहे हैं। लेकिन इन पक्षियों की जान से खिलवाड़ भी कर रहे हैं। शौक रखने वालों की लापरवाही इंसानों के साथ बेजुबान पक्षियों की जान पर भारी पड़ती है। आए दिन चीनी मांझे से न केवल लोगों की गर्दन कटने की खबर आती है बल्कि आसमान में परवाज भरने वाले परिंदे भी इसकी चपेट में आकर अपनी जान गंवा देते हैं। ऐसा ही एक मामला मेरठ में सामने आया है। जिसे देखकर आज हर कोई भावुक हो गया। लोग चंद मिनटों की खुशी के लिए बेजुबानों की जान को जोखिम में डाल रहे हैं। चीनी मांझे की चपेट में आकर अगर इन पक्षियों की जान बच भी जाती है तो पंख कट जाते हैं और फिर ये उड़ने के काबिल नहीं रह जाते हैं।
मांझा बन जाता है फांसी का फंदा
चीनी मांझा अन्य मांझे की तुलना में काफी धारदार होता है। धारदार होने के साथ ही यह इलेक्ट्रिक कंडक्टर होता है, जिस वजह से इसे और भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है। दरअसल, इलेक्ट्रिक कंडक्टर होने की वजह से चाइनीज मांझे में करंट आने का खतरा रहता है। इसके अलावा ये मांझा आसानी से नहीं टूटता है। जब कभी मांझे में बेजुबान पक्षियों की मौत होती है तो लोग यह भी सोचने के लिए मजबूर हो जाते हैं कि लोग जो पतंग मांझे से बांधकर आसमान में उड़ाते हैं वो पतंग कटने के बाद कैसे किसी के लिए फंदा साबित हो सकती है।
घंटों लटका रहा बेजुबान
चीनी मांझे की चपेट में आकर पक्षी की मौत होने के बाद भी घंटों तक बेजुबान लटका रहा। उसकी गर्दन में मांझा फंसा हुआ था और वो लटका हुआ था। ऊपर एक डाली पर उसका दूसरा साथी इधर-उधर असहाय होकर देखता है। कहते हैं इंसान तो अपना दर्द किसी से बांटकर हल्का कर लेता है लेकिन ये बेजुबान पक्षी तो अपना गम भी बयां नहीं कर सकते। उन्होंने बताया कि मांझा कई बार पेड़, बिजली के पोल में अटक जाता है। जिससे यह मासूम पक्षी उनमें उलझ कर घायल हो जाते हैं। कई घायल पक्षियों पर तो किसी की नजर भी नहीं जाती, जिससे उनकी जिंदगी की डोर कट जाती है। लोगों को बेजुबान पक्षियों का भी ख्याल रखना बेहद आवश्यक है। हमारी खुशी में किसी पक्षी को नुकसान न हो इसके बारे में सोचना चाहिए। शास्त्री नगर से घायल अस्था में कबूतर को इलाज के लिए लाई प्रीति ने बताया कि उनके घर की छत पर मांझे से उलझा कबूतर मिला था।वह कहती हैं शायद रात में यह छत पर आकर गिरा था। इसका मांझे से एक पंख कट गया है, जिससे यह उड़ नहीं पा रहा है। इसलिए इसे अस्पताल में इलाज करने के लिए लाए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इन बेजुबान पक्षियों का भी ध्यान रखना चाहिए।

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