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‘सरकार का दिमाग ठिकाने पर है क्या’ लोकमान्य का यह सवाल अब किससे पूछें? -उद्धव ठाकरे

सामना संवाददाता / मुंबई
लोकमान्य तिलक स्मारक ट्रस्ट की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार दिया जाएगा। उस कार्यक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे। इस पर बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘अब सरकार का दिमाग ठिकाने पर है क्या? यह सवाल किससे पूछा जाए और इसका जवाब कौन देगा? ७० हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगा था, वही दल अब भाजपा के साथ मिल गया। पुरस्कार के समय हमारे साथ रहा गद्दार भी मौजूद रहेगा। फिर कौन किसको कलंक लगा रहा है?’
तुम कलंक ही हो!
‘भाजपा वाले और घाती मेरे ऑपरेशन पर उपहास करते हैं। कमर का, गले का पट्टा निकल गया, ऐसा कहते हैं। इतने निचले स्तर पर जाते हो। मैंने जो झेला, वो उन्हें न झेलना पड़े यही मेरी प्रार्थना है। किसी के स्वास्थ्य पर, किसी के परिवार पर बोलते हैं। इसीलिए मैं कहता हूं कि ये लोग महाराष्ट्र की संस्कृति पर लगा हुआ कलंक ही हैं, ऐसा जोरदार हमला उद्धव ठाकरे ने किया।
लोगों के द्वार पर जाने की बजाय घर जाओ!
घाती सरकार के ‘शासन आपके द्वार’ कार्यक्रम पर भी उद्धव ठाकरे ने इस दौरान तंज कसा। ‘घाती सरकार लोगों के द्वार पर जाकर वापस लौट आ रही है। अरे, लोगों के घर में भी तो जाओ। उनकी क्या स्थिति है, वह देखो। सरकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुंच रहा है कि नहीं यह देखो,’ ऐसा उद्धव ठाकरे ने कहा। घाती सरकार की इस निष्क्रियता के कारण ही हम शिवसेना के कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर सरकारी योजनाओं का फॉलोअप लेने के लिए ‘ूहो जाने दो चर्चा’ नामक कार्यक्रम शुरू करने के लिए कहा है, ऐसा भी उद्धव ठाकरे ने कहा।
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने कल मातोश्री निवासस्थान पर उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस मुलाकात में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। वाघेला से हुई मुलाकात को लेकर उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों को एक याद दिलाई। उन्होंने कहा कि ‘शंकर सिंह वाघेला भाजपा में थे। उनका भाजपा से मोहभंग हुआ तब मीडिया ने वे हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे से मिलने के लिए ‘मातोश्री’ गए हैं, ऐसी खबर चलाई थी। उसे देखकर भाजपा नेता प्रमोद महाजन ‘मातोश्री’ पहुंचे थे। वाघेला से मुलाकात मत करिए, ऐसा उन्होंने बालासाहेब से कहा था। इस पर बालासाहेब ने युति का धर्म क्या है, हमें क्या करना चाहिए ये आपको कहने की जरूरत नहीं है, ऐसा महाजन से स्पष्ट कहा था। आप में मतभेद हुआ होगा तब भी मैं वाघेला को अपने साथ नहीं लूंगा, ऐसा भी उन्होंने कहा था। यह असली युति का धर्म।

उसके बाद वाघेला आज मातोश्री पर आए थे।’
हसन मुश्रीफ पर आरोप लगे तब उनकी पत्नी ने सड़क पर उतरकर आक्रोश जताया था। आरोप लगाने की बजाय हमें गोलियां मार दो, ऐसा उन्होंने कहा था। वही हसन मुश्रीफ भाजपा की जांघ से जांघ सटाकर बैठे हैं। मुझे आज पता चला कि उनकी भी जांघ है। वे भी दूसरों के जांघ से जांघ सटा रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि आप कहते हैं कि वो भ्रष्ट हैं लेकिन आप उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दे रहे हो। लोकतंत्र से भरोसा उठ गया तो जनता सड़कों पर आएगी
‘विदर्भ दौरे में हमने कार्यकर्ताओं और नागरिकों से संवाद साधा। मौजूदा चल रही राजनीति से वे ऊब गए हैं। जगह-जगह लोगों ने हमारा स्वागत किया। सरकार के प्रति असंतोष जताया। हम सिर्फ चुनाव का इंतजार कर रहे हैं, ऐसी लोगों की भावना है’ ऐसा उद्धव ठाकरे ने कहा। ‘वोट किसी को दो सरकार हमारी ही आएगी’ यह भाजपा का हथकंडा महाराष्ट्र और देश के लिए घातक साबित होगा, ऐसा कहते हुए जनता का लोकतंत्र से भरोसा उठ गया, तो वह सड़कों पर उतरे बिना नहीं रहेगी, ऐसी चेतावनी भी उद्धव ठाकरे ने दी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नए नौ मंत्रियों के कारण घातियों की नाक में दम होने लगा है, ऐसा तंज भी उद्धव ठाकरे ने इस दौरान कसा। राष्ट्रवादी के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वालों को अब मिर्ची भी मीठी लगती होगी, ऐसा उन्होंने कहा।

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