• ६ महीने में दो बार जारी कर चुकी है ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’
सामना संवाददाता / मुंबई
मध्य रेलवे अपने रेलवे स्टेशनों और रेल पटरियों के पास के इलाके को सजाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए वह छह महीने से प्रयास कर रही है, पर दो बार लेटर ऑफ इंट्रेस्ट जारी करने के बावजूद इसमें कोई रुचि नहीं ले रहा। मध्य रेलवे १५ रेलवे स्टेशनों के बगल में ट्रैक को फूलों और सजावटी पौधों से सजाना चाहती है। रेलवे अधिकारी इन फूलों और पौधों को बेचने से मिलनेवाले पैसे आय के रूप में भी तय करनेवाले हैं।
सेंट्रल रेलवे ने अपनी मेन, हार्बर और ट्रांस-हार्बर लाइनों पर विभिन्न रेलवे स्टेशनों के आसपास ११३ विभिन्न स्थानों पर लगभग १५० एकड़ भूमि की पेशकश की थी। रेलवे के इस सौंदर्यीकरण निर्णय के साथ-साथ जमीन को अतिक्रमण से भी बचाया जा सकेगा।
कोई एनजीओ भी नहीं कर रहा है रुख
शहर में ग्रीन पार्क और ग्रीन एनवायरमेंट बनाए रखने के लिए कई एनजीओ काम करते हैं। लेकिन सेंट्रल रेलवे के इस कार्य में कोई भी एनजीओ अभी तक आगे नहीं आया है। जहां पौधे लगाए जाएंगे, वहां की ऊंचाई कम होगी, ताकि किसी भी समय ट्रेन की आवाजाही में कोई बाधा न हो। कुछ स्टेशनों में दादर, कुर्ला, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, घाटकोपर, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, कांजुरमार्ग, ठाणे, माटुंगा, परेल, भांडुप, भायखला, चिंचपोकली, करी रोड, ठाणे, मुंब्रा, किंग्स सर्कल आदि शामिल हैं। वाशी, कोपरखैरने और बेलापुर। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पहचाने गए इन स्टेशनों में वर्टिकल गार्डन भी होंगे।