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कैसे हो मर्ज का इलाज… एक साल से अस्पताल को है उद्घाटन का इंतजार!

• अभी तक न तो डॉक्टर मिले और न ही नर्स
•  हजारों लोगों ने किया था आवेदन
• मनपा प्रशासन ने रद्द कर दी भर्ती
अनिल मिश्रा / उल्हासनगर
यहां बनकर तैयार एक अस्पताल को उद्घाटन का इंतजार है। यह अस्पताल एक साल से बनकर तैयार है। उल्हासनगर व कल्याण ग्रामीण के साथ ही आस-पास के लोगों को बेहतरीन उपचार मिले, इसके लिए रिजेंसी एंटेलिया व उल्हासनगर मनपा प्रशासन के सहयोग से एक अस्पताल का निर्माण किया गया है। परंतु एक साल हो गए पर इसके उद्घाटन का मुहूर्त ही नहीं बन रहा है?
युवासेना (महारलगांव) के शहर अधिकारी निकेत सखाराम व्यवहारे ने बताया कि उल्हासनगर मनपा प्रशासन को इस अस्पताल को जल्द से जल्द शुरू करना चाहिए, जिससे वरप, महारलगांव व कांबा के अलावा अन्य परिसर के गरीब लोगों का उपचार हो सकेगा। इस अस्पताल में कई नेताओं ने दिखावटी दौरा किया, परंतु कोई हल नहीं निकला। मनपा प्रशासन को चाहिए कि इस अस्पताल को जल्द से जल्द शुरू करवाए।
उल्हासनगर मनपा की स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अनीता महादेव सपकाले ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया शुरू है। जितना जल्द हो सकेगा, मनपा आयुक्त अजीज शेख की देख-रेख में अस्पताल शुरू किया जाएगा व यहां लोगों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा।

२०० बिस्तरों की सुविधा
इस अस्पताल में २०० बिस्तरों की सुविधा है। अस्पताल में जांच के साधन, ऑपरेशन कक्ष, समेत विभिन्न बीमारियों के विभाग बनाए गए हैं। एक वर्ष से डॉक्टर, नर्स, सफाई कर्मचारी, आदि की व्यवस्था मनपा प्रशासन नहीं कर पा रहा है। बीच में हजारों इच्छुक लोगों ने इंटरव्यू के लिए आवेदन किया था। परंतु प्रशासन ने वह भर्ती रद्द कर दी। आज स्थिति यह है कि करोड़ों रुपयों की अस्पताल की साधन सामग्री धूल खा रही हैं। बता दें कि उल्हासनगर में राज्य सरकार द्वारा संचालित २०२ बिस्तरों का एक मध्यवर्ती अस्पताल है। पर वहां जांच व डॉक्टर की उचित व्यवस्था न होने के कारण हर माह ३०० के करीब मरीजों को मुंबई, ठाणे के अस्पताल में भेजा जाता है।
दयनीय आर्थिक हालत
उल्हासनगर मनपा की आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण मनपा इस अस्पताल को निजी स्तर पर चलाने में असमर्थता व्यक्त कर रही है। मनपा का स्वास्थ्य प्रशासन इन दिनों ठेकेदारी प्रथा से अस्पताल को चलाने के लिए ठेकेदार की तलाश में है। टेंडर प्रक्रिया शुरू है। इच्छुक ठेकेदार के आगे आने पर ही अस्पताल को शुरू किया जा सकेगा।

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