सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई जैसे शहर में बड़ी संख्या में लोग झुग्गियों में रहते हैं। इन झुग्गियों में काफी गंदगी भी देखने को मिलती है, जिसके बाद मुंबई मनपा ने झुग्गियों को कचरामुक्त करने का निर्णय लिया था। इसके लिए मनपा ने एक-दो बार नहीं कुल तीन बार समय सीमा बढ़ा चुकी है, लेकिन अभी तक एक भी ठेकेदार ने इस काम के लिए इच्छा नहीं जताई है। बता दें कि इस काम के लिए टेंडर १५ फरवरी को निकाला गया था, इसके बाद समय सीमा को १८ मार्च तक बढ़ाया गया, लेकिन कोई प्रतिसाद नहीं मिलने के बाद इसे फिर से २५ मार्च तक बढ़ा दिया गया, जिससे कोई फायदा नहीं हुआ। एक बार फिर इसे १ अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। बताया जाता है कि इस काम के लिए कुल पंद्रह सौ करोड़ का टेंडर जारी किया गया है। मुंबई शहर में ६० प्रतिशत मुंबईवासी झुग्गियों में रहते हैं। झुग्गियों में स्वच्छता एक प्रमुख विषय है जो कि कई बार चुनावी मुद्दा भी बन चुका है।
कैसे होगा काम?
इस काम के तहत एक ही ठेकेदार को स्लम एरिया से कूड़ा उठाने, छांटने और डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
झुग्गियों में बनी गलियों की सफाई के साथ-साथ छोटी नालियों की भी सफाई करना अनिवार्य होगा।
इस काम के लिए स्वतंत्र ठेकेदार नियुक्त किया जाएगा।
बस्तियों में बने शौचालयों की भी सफाई जरूरी होगी।
इन शौचालयों को दिन में दो से तीन बार साफ करना होगा।