मुख्यपृष्ठनए समाचारसड़क निर्माणकार्य में भारी भ्रष्टाचार! आदित्य ठाकरे ने खोली पोल

सड़क निर्माणकार्य में भारी भ्रष्टाचार! आदित्य ठाकरे ने खोली पोल

  • ब़ड़ी परियोजनाओं के काम हैं ठप, गिट्टी सप्लाई है बंद
  • अपने ठेकेदार से गिट्टी खरीदने का दबाव बना रहे हैं सीएम

सामना संवाददाता / मुंबई
गिट्टी की कमी के कारण पिछले दो सप्ताह से मुंबई में सड़कों और पुलों के निर्माण का काम ठप पड़ा है। यह एक साजिश के तहत हो रहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के करीबी एक कंपनी को काम देने के लिए यह साजिश हो रही है। गिट्टी खरीदारों पर एक विशेष कंपनी से महंगे दामों में गिट्टी खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। यह गंभीर आरोप युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री शिंदे पर लगाया है। उन्होंने सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि सड़क निर्माण में भारी भ्रष्टाचार है। उन्होंने यह भी मांग की है कि `सीएम’ यानी `भ्रष्ट आदमी’ में यदि हिम्मत है तो एक श्वेत पत्र निकालकर जनता को बताएं कि राज्य में कौन-से शहर में काम शुरू हैं और कौन-सी जगह बंद है।
मानसून से पहले काम कैसे पूरा करें?
आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिंदे सरकार ने मुंबई में ४०० किलोमीटर सड़कों के विकास कार्यों की घोषणा की है। मनपा ने नगरसेवक नहीं होने के बावजूद ६५० करोड़ रुपए के ठेके पांच कंपनियों को आपस में बांटे गए। उन्होंने कहा कि जनवरी में वर्क ऑर्डर जारी हुआ था। लेकिन फरवरी, मार्च और अप्रैल शुरू होने के बाद भी अब तक काम शुरू नहीं हो सका है। फिर यह मानसून से पहले काम कैसे पूरा होगा? आदित्य ठाकरे ने कहा कि जिन विभागों में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है, उनमें पर्यावरण, एमपीसीबी, शहरी विकास विभाग हैं। ये सभी विभाग असंवैधानिक मुख्यमंत्री के पास है।
आदित्य ठाकरे ने `मातोश्री’ आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में शिंदे सरकार के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया। उन्होंने कहा कि मुंबई के कामों के लिए ठेकेदारों पर एक ही कंपनी से गिट्टी खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। वह कंपनी ३०० रुपए प्रति टन मिलने वाली गिट्टी को ४५० से ६०० रुपए प्रति टन में बेच रही है। उन्होंने सवाल उपस्थित किया कि क्या यह अलग प्रकार का कर स्वयं का शासन स्थापित करने के लिए लगाया गया है? आदित्य ठाकरे ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को इस मामले में ध्यान देना चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष के भाई ने भी की है शिकायत
आदित्य ठाकरे ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के भाई एवं पूर्व नगरसेवक ने भी इसकी शिकायत की है। उन्होंने कहा कि पूर्व नगरसेवक ने भी इस संबंध में मनपा आयुक्त को पत्र दिया था कि उनके वॉर्ड में सड़क का काम शुरू नहीं हुआ है। आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि गद्दार गैंग के अलावा भाजपा, कांग्रेस, एनसीपी और अन्य पार्टियों के पूर्व नगरसेवकों उनके वॉर्ड में काम शुरू नहीं हुआ है।
कंपनियों को कारण बताओ नोटिस
आदित्य ठाकरे ने बताया कि महाराष्ट्र राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने गिट्टी बनाने वाली कंपनियों को नोटिस जारी किया है। उससे पहले ठेकेदार कंपनियों की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में कंपनी का कोई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं था। कनिष्ठ अधिकारी शामिल हुए थे। इसलिए इन कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। लेकिन फिर भी उन कंपनियों ने काम शुरू नहीं किया है।
मनपा को स्पष्टीकरण देना चाहिए
आदित्य ठाकरे ने कहा कि मनपा द्वारा डिलाइल रोड ब्रिज या कुछ अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं के काम को ३१ मई से पहले पूरा करना है। लेकिन अब यह असंभव है। मनपा के लिए जरूरी है कि वह मुंबईकरों को नई सड़कों के कार्य की डेडलाइन भी बताए।

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