हाल ही में वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से काफी दूर ब्रह्मांड में पानी के भंडार की खोज की है। वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में एक नए तारे की खोज की है, जो अभी अपनी युवावस्था में है। उनका मानना है इसके चारों ओर गैस और धूल का एक बहुत विशाल डिस्क बना हुआ है। यह ठीक उसी प्रकार से है जैसे धरती ४.५ बिलियन वर्ष पूर्व अपने बनने के क्रम में थी। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर सब कुछ सही रहा तो वो दिन दूर नहीं, जब अंतरिक्ष में भी इंसानों का वास होगा।
वैज्ञानिकों ने इस तारे का नाम एचएल टौरी दिया है। यह धरती से ४५० प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके चारों ओर एक विशाल मात्रा में जलवाष्प देखी गई है। यह जलवाष्प धरती पर मौजूद सभी महासागरों के आयतन से तीन गुना है। आपको बताते चलें कि नासा के वैज्ञानिकों ने एएलएमए नाम के दूरबीन से इसे देखा है। मिलान विश्वविद्यालय के खगोल वैज्ञानिक और अध्ययन टीम के हेड स्टेफानो फाचिनी ने कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम उसी क्षेत्र में जल वाष्प के महासागरों की तस्वीर ले सकते हैं, जहां ग्रह बनने की संभावना है।’ नेचर एस्ट्रोनॉमी में प्रकाशित शोध के अनुसार, जल वाष्प की मात्रा ग्रह के निर्माण के बाद उसके रहने योग्य होने की संभावनाओं को बढ़ा सकती है।