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मैं हूं घोड़ा, ये है गाड़ी…ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर हुई घोड़ागाड़ी की रेस

वीडियो हुआ वायरल तो पुलिस ने दर्ज किया केस
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई जैसे शहर में रात के वक्त सड़कों पर घोड़ागाड़ी की रेस लगाई जाती है। इसके लिए ईस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेस को चुना जाता है। हाल ही में घाटकोपर के पास ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर इसी तरह की रेस का आयोजन किया गया था। इस रेस का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, पंतनगर पुलिस ने गत सोमवार तड़के ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर घोड़ागाड़ी दौड़ आयोजित करने के आरोप में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर स्वत: संज्ञान लेते हुए दर्ज की गई, जिसमें कांस्टेबल रविकिरण आव्हाड शिकायतकर्ता हैं। पुलिस आरोपियों की पहचान करने के लिए वीडियो फुटेज का इस्तेमाल कर रही है। वायरल वीडियो में कथित तौर पर ६-८ घोड़ागाड़ियां दिखाई दे रही हैं, जिनके पीछे दर्जनों बाइक सवार चल रहे हैं और गतिविधि का समर्थन करते हुए दौड़ को रिकॉर्ड कर रहे हैं। घोड़ागाड़ियां हाईवे पर तेज रफ्तार से चलती देखी गर्इं। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, घटना सोमवार सुबह ३ से ४ बजे के बीच हुई। एक पुलिस सूत्र ने बताया कि घोड़ागाड़ी प्रतिभागी दौड़ शुरू होने से पहले तड़के ३ बजे घाटकोपर-पूर्व की समता कॉलोनी में पुलिस पेट्रोल पंप के पास एकत्र हुए थे। स्थानीय निवासियों द्वारा सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया यह वीडियो इस टैगलाइन के साथ वायरल हुआ, ‘मुंबई पुलिस सोती रही, घुड़सवारी होती रही’। पंतनगर पुलिस स्टेशन के मिल्स स्पेशल ऑफिसर कांस्टेबल रविकिरण आव्हाड को व्हॉट्सएप पर यह वीडियो मिला। उन्होंने वरिष्ठ निरीक्षक को सूचित किया और उसके बाद एफआईआर दर्ज की गई।

५० घोड़ों को बचाया
पेटा इंडिया ने कहा कि उसने ईस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर कई अवैध घोड़ागाड़ी दौड़ को रोकने के लिए मुंबई पुलिस के साथ काम किया है। पेटा ने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में इन प्रयासों से अवैध रूप से दौड़ या बग्घी की सवारी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लगभग ५० घोड़ों को बचाया गया है। हालांकि, उन्होंने ऐसी दौड़ की सूचना देने में जनता के सहयोग के महत्व पर जोर दिया। ‘सार्वजनिक सूचना के आधार पर, हम इन घटनाओं को रोकने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ सहयोग करते हैं। जिन मामलों में पहले ही दौड़ हो चुकी है, हम एफआईआर दर्ज करवाने और दुर्व्यवहार किए गए घोड़ों को बचाने का काम करते हैं।

स्थानीय निवासियों द्वारा सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया यह वीडियो इस टैगलाइन के साथ वायरल हुआ, ‘मुंबई पुलिस सोती रही, घुड़सवारी होती रही’।

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