मुख्यपृष्ठग्लैमर`मेरा कोई गॉडफादर नहीं है!'-तेजस्वी प्रकाश

`मेरा कोई गॉडफादर नहीं है!’-तेजस्वी प्रकाश

टीवी क्वीन का तमगा हासिल कर चुकी खूबसूरत और टैलेंटेड तेजस्वी प्रकाश का डेब्यू अब हिंदी और मराठी फिल्मों में हो रहा है। बतौर निर्माता रोहित शेट्टी की पहली मराठी फिल्म ‘स्कूल, कॉलेज आणि लाइफ’ में तेजस्वी ने गर्ल नेक्स्ट डोर इंदू का किरदार निभाया है। पेश है, तेजस्वी प्रकाश से पूजा सामंत की हुई बातचीत के प्रमुख अंश-

मराठी भाषी होते हुए भी आपको मराठी फिल्म करने में दस वर्षों का समय क्यों लगा?
मेरे करियर की शुरुआत २०१२ में हुई। ‘लाइफ ओके’ चैनल का थ्रिलर शो मैंने किया। उसके बाद २०१३ में मुझे शो ‘संस्कार धरोहर अपनों की’ मिला। यकीन मानिए, लगातार टीवी शोज मिलने से मुझे एक दिन की भी फुर्सत नहीं मिली। पिछले वर्ष से मैं ‘नागिन-६’ में नागिन का किरदार निभा रही हूं। टीवी और ओटीटी पर बेहद व्यस्त होने के कारण ऐसा संयोग नहीं बना। २०१९ में रोहित शेट्टी ने जब मुझे मराठी फिल्म ‘स्कूल, कॉलेज आणि लाइफ’ का ऑफर दिया तो कहानी और किरदार से प्रभावित होकर मैंने इस फिल्म के लिए ‘हां’ कह दी।

आपकी डेब्यू फिल्म ‘स्कूल, कॉलेज आणि लाइफ’ है या ‘मन कस्तूरी रे’ है?
ये सच है कि पिछले वर्ष मेरी फिल्म ‘मन कस्तूरी रे’ पहले रिलीज हुई थी लेकिन मैंने जो फिल्म पहले साइन की थी वो ‘स्कूल, कॉलेज और लाइफ’ थी। २०२० में कोरोना के कारण फिल्म की शूटिंग रुक गई। २०२२ में फिल्म पूरी हुई और २०२३ में फिल्म रिलीज हुई। अपने करियर में रोहित शेट्टी की मराठी फिल्म साइन करने के कारण मेरी यही डेब्यू फिल्म है। यह मेरी खुशकिस्मती है कि रोहित शेट्टी जैसे मेकर की पहली मराठी फिल्म से मुझे ब्रेक मिला।

अपनी अब तक की जर्नी के बारे में कुछ बताएंगी?
मेरा जन्म जेद्दा (सऊदी अरब) में हुआ। मेरे पिताजी की पोस्टिंग तब वहां थी। आगे चलकर हम मुंबई सेटल हुए। इलेक्ट्रॉनिक और टेलीकम्युनिकेशन में डिग्री लेकर मैं इंजीनियर बनी। अपने माता-पिता और भाई से मैंने कहा कि मैं एक कोशिश अभिनय में भी करना चाहती हूं। खैर, मैंने ‘लाइफ ओके’ चैनल के लिए पहली बार ऑडिशन दिया और मैं सिलेक्ट हो गई। ऐसा कोई ऑडिशन नहीं रहा जिसमें मैं सिलेक्ट न हुई हूं। देखते ही देखते १० वर्ष बीत गए। इंजीनियर की डिग्री होने के बावजूद मैं अभिनेत्री बन गई।

क्या इंडस्ट्री में कोई आपका गॉडफादर है। चर्चा है एकता कपूर आपकी मेंटॉर हैं?
मेरा कोई गॉडफादर नहीं है और न ही मेरा कोई मेंटॉर है। अपने पैशन के कारण मैं अभिनय से जुड़ गई। लगातार मुझे यहां अच्छे मौके मिलते रहे और मैं आगे बढ़ती गई। एकता कपूर के साथ मैंने सिर्फ शो ‘नागिन-६’ किया। अगर वो मेरी गॉडमदर होतीं तो क्या मैं उनके हर शोज में नजर नहीं आती?

अंधश्रद्धा फैलाने वाला शो ‘नागिन’ आप क्यों कर रही हैं?
‘नागिन’ बेहद लोकप्रिय फिक्शन है और यह एक फंतासी सीरियल है। विदेशों में भी लोग इस जॉनर में मनोरंजक शो देखना पसंद करते हैं। हम अपने देश में ऐसे मनोरंजक-फंतासी को अंधश्रद्धा की श्रेणी में क्यों डालते हैं? इस तरह के शो को हमें सिर्फ मनोरंजन के नजरिये से देखना चाहिए। अगर यह शो दर्शकों को पसंद नहीं आता तो क्यों इसके ६-७ सीजन अब तक टेलीकास्ट होते? मैं इसे सिर्फ अभिनय का एक प्लेटफॉर्म, एक नई चुनौती मानती हूं और कुछ नहीं।

आपके लिए अक्षय तृतीया के क्या मायने हैं?
हिंदू पंचांग के अनुसार साढ़े तीन मुहूर्त बहुत ही अच्छे माने जाते हैं, जिसमें एक है अक्षय तृतीया। हम हर वर्ष इस दिन सोना खरीदते हैं, ऐसी परंपरा सी चली आई है।

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