मुख्यपृष्ठनए समाचारहमारी सरकार आई तो कानून का राज होगा- मल्लिकार्जुन खड़गे

हमारी सरकार आई तो कानून का राज होगा- मल्लिकार्जुन खड़गे

सामना संवाददाता / नई दिल्ली

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रविवार को चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए बिहार पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और नीतिश कुमार पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी के तेजस्वी को जेल भेजने वाले बयान पर खड़गे ने कहा कि मोदी क्या पुलिस वाले हैं? हमारी सरकार आई तो कानून के हिसाब से कार्रवाई करेंगे। वहीं नीतिश पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन उन्होंने नहीं बनाया था, हमने बनाया था। उसका श्रेय न लें। बता दें कि तेजस्वी को जेल भेजनेवाले पीएम के बयान पर खड़गे ने कहा कि देश में संविधान है। केस कानून से लड़ा जाता है। जज फैसला करते हैं। कानून से देश चलाने के लिए पीएम बनाया गया है। वो खुद पुलिस वाले हैं क्या, जो जेल भेंजेंगे? ‘इंडिया’ गठबंधन को बनाने के सवाल पर खड़गे ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन नीतिश ने नहीं बनाया था। नीतिश के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरे घर पर मीटिंग हुई। एक-एक नेता को बुलाकर हमने गठबंधन बनाया। नीतिश ने कहा कि पटना में आकर मीटिंग करें। खड़गे ने पीएम मोदी के ४०० पार के नारे पर कहा कि हमारा नारा देश की जनता के साथ है। आज जनता कह रही है हमें एम्प्लॉयमेंट चाहिए, बेहतर हेल्थ सिस्टम चाहिए, किसानों की बेहतरी चाहिए। हम लोग मोदी के खिलाफ लड़ रहे हैं।

कांग्रेस छोड़कर जाने वाले गद्दार, नालायक और निकम्मे!

सामना संवाददाता / जयपुर

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए नेताओं को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने ऐसे नेताओं को नालायक, गद्दार और निकम्मा कहा है। गहलोत ने दावा किया कि राजस्थान में लोकसभा चुनाव में पहले से कम सीटें आएगी और फिर मुख्यमंत्री बदला जाएगा। सोमवार को जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि कांग्रेस छोड़कर जानेवाले नेताओं को चाहे अवसरवादी कहिए या नॉन-परफार्मिंग एसेट कहिए अथवा गद्दार कहिए नालायक और निकम्मे कह सकते हैं। ऐसे नेताओं को पीठ में छुरा घोंपने वाला भी कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़कर जाने वालों ने अच्छा नहीं किया। पांच साल तक आप राज करो और फिर संकट हो तो छोड़कर चले जाओ। यह वक्त काम करने का है। जिस समय स्व.इंदिरा गांधी चुनाव हार गई थीं। कांग्रेस साफ हो गई थी। उत्तर भारत में एक सीट नागौर से स्व. नाथूराम मिर्धा ने जीती थी। तब हम लोगों ने मजबूती दिखाई थी। संकट में पार्टी के साथ खड़े रहे। बाद में इंदिरा गांधी की वापसी हुई। इंदिरा गांधी की आंधी चली। कांग्रेस के अच्छे दिन आए तो उस वक्त जो साथ खड़े थे, पिछले ४० साल से वही नेता बड़े पदों पर है।

अन्य समाचार