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नहीं सीखा कौशल तो चली जाएगी नौकरी! विभिन्न क्षेत्रों के हर चार में से तीन कर्मचारियों के मन का डर

दुनिया में तकनीक का दौर बढ़ रहा है। ऐसे में हर शख्स को समय के साथ खुद को ढाल लेना चाहिए नहीं तो वह पिछड़ जाएगा। खासकर एआई तकनीक ने लोगों को काफी डरा दिया है। अब हाल ही में एडटेक कंपनी एमेरिटस की ‘एमेरिटस ग्लोबल वर्कप्लेस स्किल्स स्टडी’ से यह बात सामने आई है कि टेक्नोलॉजी में आए बदलावों के कारण हिंदुस्थानियों में कौशल बढ़ाने की इच्छा बढ़ी है। चार में से तीन कामकाजी पेशेवरों का मानना है कि अगर उन्होंने अपना कौशल विकसित नहीं किया तो टेक्नोलॉजी उनकी नौकरियों की जगह ले लेगी।
एडटेक कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार ७५ प्रतिशत हिंदुस्थानियों को डर है कि जब तक वे कौशल नहीं बढ़ाएंगे तो टेक्नोलॉजी उनकी नौकरियों की जगह ले लेगी। इसमें कई उद्योग शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार वित्त और बीमा में (७२ प्रतिशत), सॉफ्टवेयर और आईटी सेवाओं (८० प्रतिशत), स्वास्थ्य देखभाल (८१ प्रतिशत), टेक्नोलॉजी इनोवेशन (७९ प्रतिशत) और पेशेवर सेवाएं / परामर्श (७८ प्रतिशत) में लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यदि उनकी कुशलता में सुधार नहीं हुआ तो उनकी नौकरियां चली जाएंगी।
अधिकांश हिंदुस्थानियों ने टेक्नोलॉजी में कमी का अनुभव करते हुए तेजी से बदलते नौकरी बाजार में बने रहने के दबाव को लेकर चिंता व्यक्त की। इसके अलावा, अध्ययन से पता चला कि पेशेवरों के लिए सबसे अधिक मांग वाले क्षेत्रों में डिजिटल मार्वेâटिंग, डेटा एनालिटिक्स, वित्त, प्रबंधन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सॉफ्टवेयर और आईटी सेवाओं में काम करने वाले हिंदुस्थानी तकनीकी विशेषज्ञों को अपनी नौकरी की सुरक्षा बढ़ाने और अपने कौशल को बेहतर करने की आवश्यकता है। कौशल के अवसरों पर ८० प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि अगर उन्‍हें कार्यस्थल पर ही कौशल बढ़ाने का मौका मिले तो वे कंपनी के प्रति अधिक वफादार होंगे।
प्रतिष्ठित माध्यम से हैं
कौशल बढ़ाने के इच्छुक
एक प्रमुख कंपनी के सीईओ कहते हैं, ‘हम विभिन्न क्षेत्रों के हिंदुस्थानी पेशेवरों से सीखते हैं कि बदलती टेक्नोलॉजी के कारण नौकरी जाने का डर है। ८३ फीसदी लोग एक प्रतिष्ठित माध्यम से कौशल बढ़ाने के इच्छुक हैं।’ बता दें कि इस सर्वे में २१ से ६५ वर्ष की आयु के ६,६०० पेशेवरों से बातचीत की गई, ताकि यह समझा जा सके कि वैश्विक कार्यबल इससे निपटने के लिए ऑनलाइन शिक्षा का लाभ वैâसे उठा रहा है।

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