खाने में नमक न हो तो वह बेस्वाद हो जाता है। और अगर ज्यादा नमक पड़ जाए तो भी उसे खाया नहीं जा सकता। मगर चटक खाने के शौकीन कुछ ज्यादा नमक खाना पसंद करते हैं। पर यह कई बीमारियों को न्यौता देता है। मगर मुश्किल यह है कि हम ज्यादा नमक खा रहे हैं और वह नुकसान पहुंचा रहा है, इसे जानें कैसे? इसे जानना जरूरी है। असल में जब भी किसी चीज की कमी या अधिकता होती है तो हमारे शरीर में उसके संकेत दिखने शुरू हो जाते हैं। शरीर में नमक की मात्रा ज्यादा होने पर भी कई तरह के संकेत दिखते हैं। इन्हें समझना जरूरी है।
ब्लोटिंग – नमक का सेवन करने से ब्लोटिंग की समस्या होती है। कई बार खाना खाने के बाद सामान्य से अधिक फूले हुआ महसूस होता है। किडनी में कुछ मात्रा में सोडियम पाया जाता है। ऐसे में जब शरीर में और सोडियम जाता है तो किडनी को क्षतिपूर्ति के लिए ज्यादा पानी को रोककर रखना पड़ता है। शरीर में नमक की मात्रा ज्यादा होने पर पानी जरूरत से ज्यादा जमा हो जाता है। यह स्थिति वॉटर रिटेंशन या फ्लूइड रिटेंशन कहलाती है।
गला सूखना – ज्यादा नमक वाली चीजों का सेवन करने से मुंह सूखने लगता है, जिस वजह से बार-बार प्यास लगती है।
हाई ब्लड प्रेशर – शरीर में सोडियम की मात्रा ज्यादा होने पर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना करना पड़ता है। ब्लड प्रेशर में यह बदलाव किडनी के जरिए होता है। बहुत अधिक नमक का सेवन करने से किडनी के लिए फ्लूइड्स को बाहर निकालना काफी मुश्किल हो जाता है, जिससे ब्लड का प्रेशर बढ़ने लगता है।
नींद में खलल – अगर सोने से पहले ज्यादा सोडियम वाली चीजों का सेवन किया जाता है तो इससे नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। रात में सोने से पहले ज्यादा नमक वाली चीजें खाने से नींद न आना, बेचैनी महसूस होना और रात में बार-बार जगने की समस्या हो सकती है।
दिल की बीमारियां – नमक का ज्यादा सेवन दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ा देता है इसलिए दिल को सेहतमंद रखने के लिए खाने में नमक की मात्रा का संतुलन बनाए रखें।
जी मिचलाना – डाइट में बहुत अधिक नमक पेट में असंतुलन पैदा कर सकता है, जिससे जी मिचलाने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि खाने में नमक की मात्रा को कंट्रोल किया जाए। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना जरूरी है ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।