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दम है तो मुंबई की विकासशील परियोजनाओं को पूरा करो! … आदित्य ठाकरे की घाती सरकार को चुनौती

सामना संवाददाता / मुंबई
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने मुंबई व अन्य शहरों में लटके एसआरए योजनाओं के कार्य पर कल ‘घाती’ सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि दम है तो सरकार पिछले कई सालों से अधर में लटकी एसआरए परियोजनाएं पूरी करे और मुंबई में बहुमंजिली झोपड़ों को वैध ठहराते हुए उन्हें आवास दे। आदित्य ठाकरे ने कल विधानभवन परिसर में मीडिया से संवाद साधा। मानसून सत्र का आज आखिरी दिन था। इसके साथ ही ‘खोके’ सरकार के लिए भी यह दिन आखिरी ही है। बजट में ‘खोके’ सरकार ने केवल लॉलीपॉप ही दिखाया है। मुंबई और मुंबई प्रदेश के अन्य शहरों के लिए क्या दिया, इस बारे में हमने सरकार से सवाल किया था। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बीडीडी चाल का विकास किया, वैसे ही ठेकेदारों की नियुक्ति करके लटकीं एसआरए परियोजनाओं को पूरा करे और बहुमंजिली झोपड़ों को पात्रता सूची में शामिल करें। इस तरह की मांग शिवसेना ने की थी। मुंबई और प्रदेश के लिए की गई उस मांग को सरकार पूरा करे।
गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड के मुद्दे पर भी आदित्य ठाकरे ने ‘घाती’सरकार को घेरते हुए कहा कि साल २०२२ के मार्च में गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड का महाविकास आघाड़ी सरकार ने भूमिपूजन किया था। काम भी शुरू हो गया था। एक टनल के लिए टेंडर भी जारी कर दिए गए थे, लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार के गिरने पर ‘खोके’ सरकार ने अपने चहेते ठेकेदार को दोनों टनल का काम दे दिया। हालांकि, साल २०२२ से २०२४ के बीच कोई भी काम नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने कुछ भी काम नहीं किया और अब फिर से उसी काम का शनिवार को प्रधानमंत्री के हाथों भूमिपूजन करा रहे हैं। इस तरह का गुस्से भरा सवाल सरकार से करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। उन्हें बार-बार लाकर उनका अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई में छह हजार करोड़ के सड़क घोटाले सामने लाए थे, लेकिन ‘घाती’ सरकार ने प्रधानमंत्री के हाथों उसका भूमिपूजन कराया। हालांकि, उसमें से एक भी सड़क का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। कोस्टल रोड के काम के लिए भी प्रधानमंत्री को बुलानेवाले थे। लेकिन कोस्टल रोड अभी तक पूरी नहीं हुई है। आदित्य ठाकरे ने मांग करते हुए कहा कि इमसें अब खुद प्रधानमंत्री ध्यान देते हुए कार्रवाई करें।

सत्र के आखिरी दिन … आदित्य ठाकरे विधानसभा की सीढ़ियों पर हुए नतमस्तक

आगामी तीन महीनों में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। ऐसे में मौजूदा विधानसभा भंग हो जाएगी और नई विधानसभा अस्तित्व में आएगी, इसलिए विधानमंडल के मानसून सत्र का आखिरी दिन सभी विधायकों के लिए महत्वपूर्ण और यादगार था। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के नेता, युवासेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे कल अधिवेशन के बाद विधानभवन के बाहर जाते समय पीछे घूमकर सीढ़ियों पर नतमस्तक हुए। आदित्य ठाकरे साल २०१९ में वरली विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधानसभा में चुनकर पहुंचे थे। इसके बाद सरकार में उन्होंने पर्यटन व पर्यावरण मंत्री के तौर पर सफलतापूर्वक कामकाज को पूरा किया था। आदित्य ठाकरे की इस क्रिया को देखकर वहां मौजूद लोग अचंभित हो गए। विधानभवन में पहली बार प्रवेश करते समय कई लोग सीढ़ियों पर मत्था टेकने के बाद अंदर कदम रखते हैं, लेकिन आदित्य ठाकरे ने मौजूदा विधानसभा के आखिरी दिन विधानभवन के बाहर निकलने से पहले सीढ़ियों पर सिर रखकर नमस्कार करते हुए आभार प्रकट किया।

काम का क्यों कर रहे सत्यानाश?
मुंबई-गोवा महामार्ग, मुंबई-नासिक महामार्ग, मुंबई-अमदाबाद महामार्ग की दुरावस्था पर भी आदित्य ठाकरे ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि मुंबई-नागपुर महामार्ग भी दयनीय अवस्था में पहुंच गया है। कोस्टल रोड का काम दिसंबर २०२३ तक पूरा होना चाहिए था। अटल सेतु का काम पिछले अक्टूबर में पूरा हो जाना चाहिए था। आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि वरली-शिवडी कनेक्टर का काम मविआ के काल में ही ४८ फीसदी पूरा हो चुका था। उसके बाद अब तक केवल ५७ फीसदी ही काम पूरा हो सका है। एमएमआरडीसी विभाग असंवैधानिक मुख्यमंत्री के पास है। उन्हें काम समझ में नहीं आ रहा हो तो उन्हें अधिकारियों से पूछना चाहिए। इस तरह का तंज भी आदित्य ठाकरे ने कसा।

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