अध्ययन में हुआ है खुलासा
सामना संवाददाता / मुंबई
रात में एक बजे सोने वालों के लिए बुरी खबर सामने आई है। इसे लेकर हुए एक नए अध्ययन में पर्याप्त नींद न लेनेवालों के लिए बुरी खबर आई है। इसमें बताया गया है कि देर से सोने पर आपके शरीर में कई बीमारियां अपना प्रकोप डाल सकती हैं। इसके साथ ही मानसिक रोगों को भी न्योता दे सकते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक नींद की गुणवत्ता के साथ ही उसकी कालावधि पर भी ध्यान देना जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि इंपीरियल कॉलेज, लंदन के एक नए अध्ययन में कहा गया है कि हमारे मस्तिष्क के ठीक से काम करने के लिए उचित नींद आवश्यक है। इस नए अध्ययन से नींद की गुणवत्ता के बारे में जानकारी सामने आई है। इसमें बताया गया है कि जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, उनमें कई गंभीर बीमारियों के विकसित होने का खतरा अधिक होता है। कहा गया है कि अक्सर लोगों को नींद के चक्र को लेकर बड़ी समस्या होती है। कई लोगों को देर रात तक जागने की आदत होती है। यह आदत सामान्य लग सकती है, लेकिन इसका स्वास्थ्य पर कई तरह से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
देखे गए गंभीर प्रभाव
अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग रात एक बजे से पहले बिस्तर पर जाते हैं, उनका मानसिक स्वास्थ्य स्वस्थ रहता है लेकिन हैरानी की बात यह है कि जो लोग देर से यानी रात एक बजे के बाद सोते हैं, उनके स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव देखे गए हैं।
इसका भी बढ़ जाता है खतरा
पर्याप्त नींद न लेने से कई बीमारियों जैसे मधुमेह, हृदय रोग, मोटापा, अवसाद आदि का खतरा बढ़ जाता है। रात में नींद पूरी न होना, दिन में नींद न आना, थकान, मूड खराब होने के कारण कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। ये सभी चिड़चिड़ापन, मूड में बदलाव के साथ ही तनाव और चुनौतियों को जन्म देते हैं। जब आप अपने शरीर के लिए पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र तनावग्रस्त हो जाता है। आपके मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर प्रभाव घातक हो सकता है। इसके अलावा शोध से पता चला है कि नींद की कमी से कई लोगों की याददाश्त खराब हो जाती है।