सामना संवाददाता / मुंबई
मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना को लेकर सत्तापक्ष के विधायकों की ओर से बेतुके बयान दिए जा रहे हैं। सत्तापक्ष के विधायक रवि राणा ने तो हदें पार कर दीं। राणा ने यह कहते हुए हड़कंप मचा दिया कि लाडली बहनों ने यदि वोट नहीं दिया तो उनके १,५०० रुपए वापस ले लिए जाएंगे। जिसके बाद उसकी इस बयानबाजी को लेकर सत्तापक्ष की कड़ी आलोचना हो रही है। रवि राणा के इस बयान के बाद विपक्षी पार्टियों ने जोरदार हमला बोला। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने रवि राणा को जमकर फटकार लगाई है और कहा कि अगर तुमने बहनों से १,५००रुपए वापस लिए तो देखना तुम्हारा हश्र क्या होता है। सुप्रिया सुले ने कहा कि यह संतों की भूमि है, सुसंस्कृत है। सुले ने लोगों को रवि राणा की वीडियो क्लिप सुनाते हुए कहा कि देखिए सत्ता में बैठे भाई क्या कह रहे हैं। सुप्रिया सुले ने कहा कि वे कहते हैं कि मैं १,५०० रुपए वापस ले लूंगा। सुले ने कहा कि जरा सोचिए, जब महिला अपने ससुराल को छोड़ देती है तो घर पर एक भाई होता है, जो कहता है कि हमारी बहन का अच्छे से खयाल रखना। लेकिन यहां तो वही भाई अपनी बहन को धमका रहा है तो वोट न देने पर मेरे पास अपना नोट वापस लेने की शक्ति है। ऐसे भाइयों को सबक सिखाने में हम बहनें पीछे नहीं रहेंगी। बता दें कि रवि राणा ने कहा था कि हमारी सरकार आने पर प्यारी बहन की राशि बढ़ाकर ३ हजार कर दी जाएगी, लेकिन आशीर्वाद (वोट) नहीं देने वाली महिलाओं के खाते से १,५०० निकाल लिए जाएंगे।