– मुंबईकर चुका रहे हैं अनधिकृत बिल
सामना संवाददाता / अशोक तिवारी
मुंबई महानगरपालिका के सभी वॉर्डों में यह बात सामने आई है कि कनिष्ठ अधिकारियों द्वारा सरकार के सभी नियमों का उल्लंघन करके अपने कार्यालयों में अवैध रूप से एसी (एयर कंडीशनर) लगाए गए हैं और बिल का भुगतान आम नागरिकों द्वारा चुकाए गए कर से हो रहा है। हर वॉर्ड कार्यालय में अवैध तरीके से एसी लगे हुए हैं। बता दें कि नियमानुसार मूलत: वॉर्ड कार्यालयों में सहायक आयुक्त, उपायुक्त के कक्ष में एसी लगाने का प्रावधान है तथा अन्य स्थानों पर सिर्फ सेंट्रलाइज्ड एसी लगाये जा सकते हैं, लेकिन मुंबई नगर निगम अपने अधिकारियों की निजी सुख-सुविधाओं के लिए मुंबई टैक्स के लाखों रुपए बर्बाद कर रहा है।
मनपा के पास एसी का नहीं है कोई रिकॉर्ड
मुंबई मनपा को २४ प्रशासनिक वॉर्डों में विभाजित किया गया है। सभी सरकारी नियमों का उल्लंघन करते हुए प्रत्येक कार्यालय में ५ से ६ एसी अवैध रूप से लगाए गए हैं। मुंबई मनपा के पास इन एसी का कोई रिकॉर्ड नहीं है। ये एसी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (बिल्डिंग), असिस्टेंट इंजीनियर जैसे अधिकारियों के हॉल में भी लगाए गए हैं। सूचना के अधिकार (आरटीआई) से यह चौंकानेवाला मामला सामने आया है। अगर एक एसी का न्यूनतम मासिक बिल लगभग ४ से ५ हजार रुपए आता है तो सभी मुंबई के २४ वॉर्डों में औसतन ५ एसी के हिसाब से १२० एसी हो जाते हैं। अगर एक एसी का मासिक बिल ५,००० है तो ६ लाख रुपए का बिल मुंबई के नागरिकों से टैक्स के रूप में लिया जा रहा है। मनपा हर साल मुंबईकरों के करीब ७५ लाख रुपए इस पर खर्च कर रही है। ज्ञात हो कि जब कोई भी अधिकारी सरकारी कार्यालय में अपनी सुविधा के अनुसार नियम बनाकर बिना अनुमति के कुछ नहीं कर सकता, तो मनपा इन खर्चों का भुगतान वैâसे करेगी।
जनता के पैसों की लूट
नियम के अनुसार, सिर्फ ग्रेड वन अधिकारियों को ही एसी लगाने की अनुमति है। जबकि, अन्य अधिकारी ठेकेदारों से एसी मंगाकर अवैध रूप से लगाते हैं। जिसका बिल और मेंटेनेंस का भुगतान मनपा द्वारा किया जाता है। यह एक प्रकार से जनता के टैक्स के पैसों की लूट है। वॉर्ड कार्यालय में सिर्फ सेंट्रलाइज्ड एसी लगाया जा सकता है। पर्सनल एयर कंडीशनर सिर्फ वॉर्ड ऑफिसर और उससे ऊंचे पोस्ट के अधिकारियों के लिए ही लगाया जा सकता है।
मैन बहादुर सिंह, शिकायतकर्ता