-इसलिए ४५ किमी प्रति घंटे हवा की स्पीड में ही ढह गई
-प्रतिमा लगानेवाली कंपनी पर दर्ज हुई एफआईआर
-छत्रपति की प्रतिमा का गिरना शर्मनाक; ठेकेदार मित्र को बचाने के लिए
बेशर्म नेता फोड़ रहे नौसेना पर ठीकरा!
-आदित्य ठाकरे का जोरदार हमला
सामना संवाददाता / मुंबई
हमारे अराध्य देवता छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा निर्माण में भी भाजपा भ्रष्टाचार करेगी, ऐसा बिल्कुल नहीं लगा था। यहां भी उनका एक ठेकेदार मित्र है और काम की गुणवत्ता बहुत ही खराब है। यहां भी भावना को नहीं, बल्कि चुनाव को नजरों के सामने रखते हुए अनावरण किया गया। इसके बाद फिर हमेशा ही ट्रोल्स और बेशर्म राजनेता अब दोष भारतीय नौसेना पर मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। यह बहुत ही शर्मनाक है। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ के अपने आधिकारिक एकाउंट पर किए गए पोस्ट के माध्यम से किया है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में हिंदवी स्वराज के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनावरण किया था। अनावरण के आठ महीने बाद ही यह प्रतिमा पूरी तरह ढह गई। फिलहाल इस प्रतिमा की स्थिति को लेकर शिव प्रेमियों ने ‘घाती’ और भाजपा सरकार पर अपना गुस्सा जाहिर किया है।
सिंधुदुर्ग में स्थापित शिवराय की प्रतिमा की धातु खराब हो गई थी। निर्माण के बाद सिर्फ ८ महीने में ही स्टील निर्मित इस प्रतिमा में जंग लग गई था। इस बारे में सूचना भी दी गई थी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। यही कारण है कि सिर्फ ४५ किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलनेवाली हवा में ही प्रतिमा धराशायी हो गई। ४५ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की बात खुद सीएम शिंदे ने कही है। मामले में भारी किरकिरी होने के बाद अब प्रतिमा निर्माण करनेवाली कंपनी पर मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने इस मामले में दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसमें प्रतिमा निर्माण करनेवाली कंपनी आर्टिस्ट्री के मालिक जयदीप आप्टे और संरचनात्मक सलाहकार चेतन पाटील को आरोपी बनाया गया है। इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा १०९, ११०, १२५, ३१८, ३(५) और धारा ३ के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।