-पांच माह में २० फीसदी बढ़े नशेड़ी
-अधिकांश की उम्र १८ से लेकर ३० तक
-बाहरी राज्यों से भारी पैमाने पर आ रहे हैं ड्रग्स
-मुंबई पुलिस पर भी उठ रही हैं उंगलियां
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के युवा नशे के दलदल में फंसते जा रहे हैं। इसमें से अधिकांश की उम्र १८ से ३० वर्ष के बीच है। हैरान करनेवाली बात यह है कि मुंबई में बाहरी राज्यों से भारी पैमाने पर ड्रग्स आ रहे हैं, जिसे रोकने में मुंबई पुलिस सहित संबंधित एजेंसियां नाकाम साबित हो रही हैं। गौरतलब है कि मुंबई मनपा द्वारा संचालित परेल के केईएम अस्पताल द्वारा संचालित नशा मुक्ति केंद्र में इस साल शुरुआती पांच माह में नए मामलों में १५ से २० फीसदी की वृद्धि देखी गई है। बता दें कि अभी हाल ही में नई मुंबई पुलिस के एंटी-नारकोटिक्स सेल (एएनसी) ने कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में ड्रग बरामदगी की। एएनसी ने खारघर में २० नाइजीरियाई लोगों को गिरफ्तार किया। उनके पास से करीब १.२२ करोड़ की ड्रग्स जब्त की गई। इसके अलावा मुंबई, ठाणे और पालघर से भी ड्रग्स के खिलाफ लगातार बड़ी कार्रवाई की गई।
बाहरी इलाके बना रहे ठिकाना
मुंबई में लगातार कार्रवाई के चलते अब ड्रग्स तस्कर नई मुंबई, पालघर जैसे इलाकों को अपना ठिकाना बना रहे हैं। बाहरी इलाकों में पुलिस की नजर इन तस्करों पर कम ही पड़ती है, साथ ही वहां तस्कर अपना काम आसानी से कर लेते हैं, इसलिए बाहरी इलाके अब तस्करों की पसंद बनते जा रहे हैं।
पुलिस से आगे ड्रग्स तस्कर
हालांकि, ड्रग्स तस्करों पर पुलिस आए दिन कार्रवाई करती रहती है, इसके बावजूद तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। रेव पार्टियों, न्यू ईयर्स सहित कई मौकों पर आसानी से लोगों तक ड्रग्स पहुंच जाती है और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगती है।
माटुंगा पुलिस का अभियान
माटुंगा पुलिस द्वारा ड्रग्स तस्करों के खिलाफ चलाए गए एक अभियान से इलाके में बड़ा बदलाव आया है। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र पवार के नेतृत्व में पुलिस ने न केवल ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए बल्कि तस्करों को जेल भेजने के साथ ही इस अड्डे पर बगीचा बनाकर ड्रग्स तस्करी से भी मुक्त किया।
गुजरात, राजस्थान और दिल्ली से होती है तस्करी
करीब एक महीने पहले दिल्ली में ५,००० करोड़ की कोकीन पकड़ी गई थी, जिसमें चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में जांच में खुलासा हुआ कि तस्कर दिल्ली के रास्ते मुंबई में ड्रग्स सप्लाई करते थे। यही नहीं ड्रग्स दिल्ली से राजस्थान, गुजरात भी भेजी जाती थी और वहां से भी मुंबई लाई जाती थी।