मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
गाजीपुर में बारातियों से भरी बस पर हाईटेंशन तार गिरने से आग लग गई। शुरुआती सूचना के अनुसार, लगभग दो दर्जन से ज्यादा लोगों के जिंदा जलने की आशंका व्यक्त की गयी है। हालांकि, अधिकारी अब तक छह लोगों के मारने की बातें कर रहे हैं। बस शादी समारोह से लौट रही थी। हादसा मरदह में हुआ है। बस में सवार और इस हादसे में पीड़ित मीरा नाम की महिला ने बताया कि बस में करीब 40 से 50 लोग सवार थे। उनमें से काफी लोगों की मौत हो गई है। मीरा ने रोते हुए कहा कि वह बरात लेकर गाजीपुर के महारे जा रहे थे। रास्ते में जाते समय बस में अचानक आ लग गई। मैं बस में आगे की तरफ बैठी थी, झटके के कारण मैं बाहर फेंका गई। मेरे बच्चे भी उसी बस में थे, जो आग की चपेट में आ गए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गाजीपुर बस हादसे का संज्ञान लेते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। जिला प्रशासन घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था करे। राहत और बचाव कार्य में तेजी लाए। उन्होंने हादसे में मृतकों के प्रति संवेदना जाहिर की है।
डीआईजी ओपी सिंह के अनुसार, झुलसे लोगों को अस्पतालों में भेजा जा रहा है। कई लोगों को मऊ के अस्पतालों में भी भेजा जा रहा है। हादसे के बाद हाईटेंशन तार और करंट के कारण लोग दूर से ही बस को जलता देखते रहे थे। बिजली विभाग को करंट बंद करने की जानकारी दी गई। करंट बंद होने की पुष्टि के बाद ही लोग बस के पास तक पहुंचे और किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। किस कारण बारातियों से भरी बस हाईटेंशन तार की चपेट में आयी है। यह जांच के बाद स्पष्ट होगा। मौके पर गाजीपुर के डीएम और एसपी मौके पर हैं और राहत कार्य में लगे हैं। अब तक पांच लोगों के मरने की सूचना है। घायलों की संख्या पता की जा रही है।
स्थानीय चश्मदीदों ने बताया कि मऊ के खिरिया काझा से बारात शादी के लिए गाजीपुर के मरदह में स्थित महाहर मंदिर जा रही थी। निर्माणाधीन कच्चे रास्ते से ही बस मंदिर के लिए निकली थी। इसी दौरान ऊपर से जा रहे 11 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार की चपेट में बस आ गई। बस में तार सटते ही तेज चिंगारियां निकलने लगीं। अंदर मौजूद लोग चीखने चिल्लाने लगे। कुछ लोग कूद पड़े तो कुछ उसी में फंस गए। इससे पहले कि आसपास के लोग कुछ कर पाते बस में आग लग गई। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना अधिकारियों को दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को पाँच – पाँच लाख रुपये एवं गंभीर घायलों को पचास हज़ार एवं निःशुल्क उपचार कराये जाने के निर्देश दिये।उनके निर्देश के बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा एवं श्री अनिल राजभर ग़ाज़ीपुर रवाना हो गये हैं।