मुख्यपृष्ठसमाज-संस्कृतिमहिलाओं के प्रति भावनात्मक हिंसा में वृद्धि चिंताजनक- राणा

महिलाओं के प्रति भावनात्मक हिंसा में वृद्धि चिंताजनक- राणा

गनपत सहाय कालेज में मिशन शक्ति के तहत संगोष्ठी में बोले प्रो. राणा

विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
गनपत सहाय पीजी काॅलेज में बुधवार को ‘भारत की सामाजिक कुरीतियां और घरेलू हिंसा’ विषयक संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें काॅलेज प्राचार्य प्रो.अंग्रेज सिंह राणा ने महिलाओं के भावनात्मक व मानसिक उत्पीड़न में वृद्धि के फलस्वरूप उनमें अवसादजन्य बीमारियों की बढ़ोत्तरी पर गहरी चिंता जताई।मिशन शक्ति फेज पांच के अंतर्गत कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ हुआ। महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर राणा ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि आज भारत सरकार महिलाओं की शिक्षा और सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। सशक्त नारी ही सशक्त समाज का निर्माता है। महिलाओं के भावनात्मक उत्पीड़न को रोकना हमारी बड़ी जिम्मेदारी है। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. विनीता दूबे समाजशास्त्र विभाग मुन्नालाल जयनारायण खेमका गर्ल्स कॉलेज सहारनपुर उपस्थित रहीं। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, आज घरेलू हिंसा का रूप बदला है।शारीरिक हिंसा के अपेक्षा भावनात्मक और मानसिक हिंसा बड़ी है। जिसके कारण बड़ी संख्या में महिलाएं अवसाद की बीमारी से जूझ रही हैं। इसके साथ ही नाहिदा बानो, आकांक्षा पांडे, शिवानी गुप्ता, काजल आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभा में डॉ. आलोक तिवारी, डॉ दीपा सिंह, डॉ. भोलानाथ, डॉ. ज्योतिमा, डॉ. शैलजा, डॉ. ज्योति, डॉ. उर्मिला मिश्रा डॉ. शिखा श्रीवास्तव, डॉ.पूजा श्रीवास्तव डॉ.रीना तिवारी, डॉ.अंजू सिंह, डॉ. ममता श्रीवास्तव ,विशाल विश्वकर्मा, राजकुमार पांडे, आशुतोष श्रीवास्तव, जयेंद्र तिवारी ,कुँवर दिनकर प्रताप सिंह सहित अनेक प्राध्यापक एवं छात्राएं उपस्थित रहे। प्रोफ़ेसर गीता त्रिपाठी ने सभा का संचालन किया। प्रोफेसर नीलम तिवारी ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

अन्य समाचार