- दाल भी हुई पतली
योगेंद्र सिंह ठाकुर / पालघर
महंगाई से चौतरफा हाहाकार मचा हुआ है। लोगों को फिलहाल इससे राहत मिलती नहीं दिख रही है। मसालों, सूखे मेवे और दाल की बढ़ती महंगाई ने खाने का जायका बिगाड़ दिया है। लाल मिर्च, जीरा सहित अन्य मसालों की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। कुछ सामानों की कीमत फुटकर में थोक के मुकाबले दोगुनी तक हो गई है।
मसालों और दाल की बढ़ती कीमतों ने लोगों का बजट बिगाड़ दिया है। पंद्रह दिन में ही लाल मिर्च, जीरा, की कीमतों में तेज उछाल आया है। इससे थोक भाव के मुकाबले खुदरा बाजार में मसाले और सूखे मेवों की कीमतों में दोगुना का अंतर है। इसका असर सीधा ग्राहकों की जेब पर पड़ रहा है। व्यापारियों का कहना है कि देश के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश की वजह से जीरे की पैदावार पर असर पड़ा है। साथ ही जीरा भारत से बाहर भी बड़ी मात्रा में भेजा जाता है। व्यापारियों का कहना है कि हो सकता है आने वाले दिनों में दाम में और भी तेजी देखने को मिले। जीरे का दाम ४२० रुपए प्रति किलो तक थोक में उपलब्ध है, जो पिछले वर्ष दो सौ से ढाई सौ था।
सूखी लाल मिर्च बीते वर्ष २८० रुपए प्रति किलो के आस-पास मिल रही थी। अब दाम ४०० से ५०० रुपए प्रति किलो पर पहुंच गए हैं। उधर, अरहर दाल की कीमत में भी अच्छी-खासी तेजी देखने को मिल रही है। इसकी थोक कीमत १२० से १२५ रुपए किलो तक जा पहुंची है। साथ ही दलहन, मसालों और सूखे मेवों में आई तेजी कब कम होगी इसको लेकर फिलहाल कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि अरहर दाल के दाम में १० रुपए प्रति किलो तक तेजी आई है। इसी तरह २०० रुपए किलो वाला छुहारा अब ४०० रुपए रुपए किलो तक मिल रहा है।
थोक और फुटकर कीमतों में अंतर
लाल मिर्च २८०/४००-५००
जीरा ४००/४२०-५००
लौंग ८००/९००- १,२००
अरहर दाल १२०/१४०-१५०
मूंग दाल छिलका ९५/१०५-१३०
राजमा १३०/१६०-१८०
चना काबली ८०/९०/११०- १२०
चना देसी ५२/६०/९०-११०
छुहारा २५०/३००-४००
अंजीर १,०००/१,५००
किशमिश २००/२५०-३००
मसाले के दाम आसमान छू रहे हैं। दाल और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमत बढ़ने से किचन का बजट बिगड़ गया है।
-प्रमिला सिंह बोईसर