सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के सबसे पुराने और महत्वपूर्ण व्यापारिक क्षेत्रों में से एक कालबादेवी और जवेरी बाजार एक नए युग की ओर बढ़ने की शुरुआत कर चुके हैं। इस क्षेत्र का पुनर्विकास एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक कॉरिडोर के रूप में किया जाना चाहिए। मुंबई के पुराने कलेवर को आधुनिक स्वरूप देने और स्थानीय व्यापारियों को वैश्विक व्यापार से जोड़ने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह कॉरिडोर कालबादेवी रोड से शुरू होकर विट्ठलवाड़ी, कॉटन एक्सचेंज, शेख मेमन स्ट्रीट, सट्टागली, महाजन गली, एलके मार्वेâट, तेल गली और विठोबा लेन सहित आसपास के इलाकों को कवर कर सकेगा। इन क्षेत्रों में कई पुरानी और जर्जर इमारतें हैं, जो सुरक्षा और संरचना दोनों ही दृष्टि से कमजोर हो चुकी हैं। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य इन्हीं इमारतों का पुनर्निर्माण कर अत्याधुनिक और सुरक्षित व्यापारिक एवं आवासीय स्थानों में तब्दील करना है।
कालबादेवी और जवेरी बाजार को पहले ही मुंबई का व्यापारिक हृदय कहा जाता है, जहां प्रमुख रूप से आभूषण, कपड़ा और अन्य पारंपरिक व्यापार चलाए जाते हैं। विट्ठलवाड़ी से लेकर कॉटन एक्सचेंज और शेख मेमन स्ट्रीट की गलियों तक पैâले इस व्यापारिक केंद्र का पुनर्विकास न केवल इन पुरानी इमारतों को नया जीवन देगा, बल्कि यहां पर व्यापारिक गतिविधियों को भी नई गति प्रदान करेगा।
इस योजना के तहत सट्टा गली, महाजन गली और तेल गली जैसे पुराने क्षेत्रों को पूरी तरह से पुनर्निर्मित किया जाए, जिससे स्थानीय व्यापारियों और निवासियों को सुरक्षित और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे का लाभ मिलेगा। यहां पर नई इमारतें, शॉपिंग मॉल्स, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और अन्य आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएं, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों पर आधारित होंगी। यह परियोजना न केवल क्षेत्र के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को आधुनिक बनाएगी, बल्कि यहां के निवासियों के जीवन स्तर को भी बेहतर बनाएगी। एलके मार्वेâट और विठोबा लेन जैसे क्षेत्रों में रहनेवाले लोग इस पुनर्विकास के जरिए बेहतर आवासीय सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे।
इस पुनर्विकास योजना का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू ट्रैफिक और पार्विंâग की समस्याओं का समाधान करना है। इस कॉरिडोर में नई सड़कों, बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन और सार्वजनिक परिवहन की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाए, ताकि यहां आने-जाने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की मुसीबतों का सामना भविष्य में न करना पड़े।