श्रीकिशोर शाही
वो कहावत तो आपने सुनी ही होगाी कि लोहा, लोहे को काटता है या फिर हीरे से हीरा को काटो वगैरह। फिलहाल, कुछ वैसा ही आजकल राजनीति में हो रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों में ‘मोदी की गारंटी’ देते फिर रहे हैं। इसके जवाब में कांग्रेस ने गारंटी जारी कर दी। तेजस्वी ने भी गारंटी दे दी है। एक बचे थे केजरीवाल। जेल से बाहर आने के बाद भला वे चुप कैसे बैठते। उन्होंने भी गारंटी जारी कर दी है। अब उनकी सरकार बनी तो जनता को दो करोड़ नौकरियां मिलेंगी और २०० यूनिट बिजली फ्री मिलेगी। केजरीवाल ने लोगों को कुल १० गारंटी दी हैं। वैसे केजरीवाल का कहना है कि ये गारंटी वे पहले ही देनेवाले थे, पर गिरफ्तारी की वजह से इसमें थोड़ी देरी हो गई। अभी भी कई चरणों का चुनाव बाकी है। वैसे इस मामले में महत्वपूर्ण बात यह है कि केजरीवाल ने अपनी दी हुई १० गारंटियों को पूरा करने की भी गारंटी ली है। उन्होंने कहा कि ये केजरीवाल की गारंटी है तो मैं ये गारंटी लेता हूं कि ‘इंडिया’ ब्लॉक की सरकार बनने के बाद इन्हें पूरा करवाऊंगा। अब देखना है कि केजरीवाल की इस गारंटी पर बाकी के चरणों में जनता की क्या प्रतिक्रिया आती है।
हरियाणा में हुड्डा का गेम
देश लोकसभा चुनाव में बिजी है, क्रिकेट प्रेमी आईपीएल में पर हरियाणा में कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा कुछ अलग ही गेम में बिजी हैं। उनकी खिचड़ी अगर ठीक से पक गई तो हरियाणा में न सिर्फ सैनी सरकार गिरेगी, बल्कि वहां भाजपा की जड़ों को भी कमजोर करने के मिशन पर हुड्डा साहब लगे हुए हैं। हुड्डा का दावा है कि अभी तक हरियाणाा कांग्रेस में लगभग ४० पूर्व विधायक और सांसद शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा कुछ दिनों पहले ही तीन निर्दलीय विधायकों ने पार्टी को समर्थन दिया था। हाल ही में भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। कुरुक्षेत्र से दो बार के पूर्व सांसद वैâलाशो सैनी ने भाजपा छोड़ दी। इसके बाद हुड्डा की उपस्थिति में वैâलाशो सैनी ने कांग्रेस ज्वॉइन की। वैâलाशो को कुरुक्षेत्र जिले में प्रमुख ओबीसी नेता माना जाता है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र में ‘इंडिया’ ब्लॉक समर्थित आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील गुप्ता के लिए प्रचार करेंगी। जाहिर सी बात है कि खट्टर के जाते ही हुड्डा ने हरियाणा में अपना गेम तेज कर दिया है।
बाइक से तेज दौड़ रही साइकिल
वैसे तो साइकिल चुनाव चिह्न सपा का है, पर इन दिनों आम आदमी पार्टी वाले इसे दिल्ली में दौड़ा रहे हैं। मजे की बात यह है कि ‘आप’ की ये साइकिल बाइक से भी तेज दौड़ रही है। खासकर, अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद तो साइकिल तेजी से फर्राटे भरने लगी है। दरअसल, हाल ही में दिल्ली में भाजपा ने चुनाव प्रचार के लिए बाइक रैली निकालने की घोषणा की थी। हजारों बाइक जुट गईं, मगर यहां उनका सामना ‘आप’ की साइकिल रैली से हो गया। ‘आप’ समर्थकों ने भी हजारों की संख्या में साइकिल रैली निकाल डाली। ऐसे में पुलिस प्रशासन को भय भी हुआ कि कहीं दोनों का आमना-सामना न हो जाए और जिस तरह से फिजा में कड़वाहट घुली हुई है, उसमें कहीं कोई लट्टम-शट्टम न हो जाए। वैसे संतोष की बात यह रही कि कहीं कोई झड़प की खबर नहीं आई।