मुख्यपृष्ठअपराधतहकीकात : कर्ज से बचने के लिए रची खौफनाक साजिश

तहकीकात : कर्ज से बचने के लिए रची खौफनाक साजिश

फिरोज खान

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में बिजोपुरा नहर किनारे पुलिस मुखबिरों का जाल बिछा हुआ था। हाड़ कंपानेवाली ठंड में कच्ची सड़क पर इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे थे। कड़ाके की ठंड और सुनसान सड़क पर मुखबिरों और पुलिस की नजर से यही प्रतीत हो रहा था कि यहां कुछ तो होनेवाला है। सड़क किनारे जली हुई मारुति-८०० कार में ड्राइविंग सीट पर एक आदमी की बुरी तरह से जली हुई लाश पड़ी थी।
बागपत के असारा गांव के डॉक्टर सुरेंद्र (बदला हुआ नाम) ने कुछ महीने पहले १० लाख रुपए का पर्सनल लोन लिया था। लोन के अलावा उसने अपने जान-पहचान के लोगों से भी १० लाख रुपयों का कर्ज ले रखा था। इतना ही नहीं, डॉ. सुरेंद्र ने अपने नाम पर १० लाख रुपए का लाइफ इंश्योरेंस और ५ लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस भी करवाया था। जब डॉ. सुरेंद्र को इंश्योरेंस की ईएमआई भरने में मुश्किलें आने लगीं तो उसने ऐसी खतरनाक साजिश रच डाली, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। साजिश के तहत डॉ. सुरेंद्र खुद को मरा हुआ साबित कर ईएमआई से छुटकारा और इंश्योरेंस की राशि पाना चाहता था। अत: बड़ी ही चालाकी से उसने अपनी ही कद-काठी वाले एक शख्स को ढूंढ़ निकाला और उसके साथ दोस्ती करने के बाद तकरीबन ढाई महीने पहले एक सेकंड हैंड सस्ती मारुति-८०० कार भी खरीद ली। अब अपने प्लान के मुताबिक २२ दिसंबर की रात डॉ. सुरेंद्र अपने मित्र को लेकर घटनास्थल पर जा पहुंचा। पहले तो डॉ. सुरेंद्र ने अपने तथाकथित दोस्त को जमकर शराब पिलाई और जब दोस्त अपने होश खो बैठा तो मौका पाकर डॉ. सुरेंद्र ने कार में से पेट्रोल निकाला और पूरी गाड़ी पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। धू-धू कर जलती आग में कार और मित्र दोनों जलकर खाक हो गए। डॉ. सुरेंद्र को अब यह साबित करना था कि कार में जला हुआ शख्स कोई और नहीं, बल्कि वो ही है। खैर, अपने आपको मरा बताकर डॉ. सुरेंद्र इंश्योरेंस की रकम पाने ही वाला था, लेकिन उसकी एक गलती से उसकी पूरी साजिश नाकाम हो गई। दरअसल, डॉ. सुरेंद्र घटनास्थल पर यह जानने पहुंचा कि कार और उसका मित्र पूरी तरह से जल चुके हैं या नहीं। खैर, खुद को मरा हुआ बतानेवाला डॉ. सुरेंद्र जैसे ही घटनास्थल पर पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

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