फिरोज खान
बिस्तर पर तड़प रही महिला के मुंह से झाग निकल रहा था। उसके एक हाथ में जहर की शीशी थी और दूसरे हाथ में मोबाइल था। मोबाइल की घंटी लगातार बज रही थी। फोन करनेवाला कोई और नहीं, बल्कि साइबर अपराधी था। रोंगटे खड़े कर देनेवाला इस दृश्य बेहद भयावह था। मरते-मरते साइबर फ्रॉड करनेवाले अपराधी को पैसे ट्रांसफर कर महिला ने दम तोड़ दिया। दिल दहला देनेवाली यह घटना से यह खुलासा हुआ कि साइबर अपराधियों का खौफ लोगों में किस कदर छाया हुआ है और अपराधी मरनेवाले को भी नहीं बख्श रहे हैं।
मध्य प्रदेश के घुरेहटा का यह मामला है। ३५ साल की रोशनी (बदला हुआ नाम) पेशे से गेस्ट टीचर थी और बीते दिनों वह डिजिटल अरेस्ट स्कैम में बुरी तरह फंस गई थी। साइबर ठगों ने रोशनी को उसके नाम पार्सल होने की जानकारी दी और पार्सल में गैर कानूनी सामान है कहकर उसे डराया। इतना ही नहीं धोखेबाजों ने व्हॉट्सऐप पर इंडियन आर्मी और पुलिस अफसरों की वर्दी में कुछ अफसरों के वीडियो भेजे। साइबर ठग रोशनी पर लगातार रुपए देने का दबाव बना रहे थे। घबराई रोशनी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ क्या हो रहा है। आखिरकार, साइबर ठगों से छुटकारा पाने के लिए रोशनी ने उनके खातों में २५ हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए और यही गलती उसकी जान पर बन आई। पैसे मिलने के बावजूद साइबर अपराधी उसे बार-बार कॉल करके धमका रहे थे कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डरी और सहमी रोशनी घर में अकेली थी। साइबर ठगों का कभी वीडियो कॉल आता तो कभी ऑडियो कॉल आता। लगातार आ रहे कॉल और मिल रही धमकियों से रोशनी बुरी तरह टूट गई और उसने जहर खाने का पैâसला कर लिया। जहर खाकर रोशनी बिस्तर पर निढाल होकर गिर पड़ी। उसका शरीर थर-थर कांपने लगा। आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा और वह मौत के करीब जाने लगी, लेकिन साइबर ठगों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। वह जिंदगी की आखिरी सांसें गिन रही थी। उसके एक हाथ में जहर की शीशी थी और दूसरे हाथ में फोन की घंटी बज रही थी। अंतिम सांसें गिन रही रोशनी ने साइबर ठगों को किसी तरह ५,५०० रुपए ट्रांसफर किया और पैसे ट्रांसफर करते ही उसने दम तोड़ दिया।