मुख्यपृष्ठस्तंभतहकीकात : बेवफा निकली मौत

तहकीकात : बेवफा निकली मौत

फिरोज खान

मुंबई के विक्रोली इलाके में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। जिंदगी से तंग आकर एक शख्स खुदकुशी करने के लिए लगातार तीन बार कोशिश करता है, लेकिन अब इसे ईश्वर का चमत्कार कहें या फिर उसका नसीब हर बार वो बच जाता है। पूरे घटनाक्रम को समझने के बाद सिर्फ और सिर्फ यही लगता है कि आत्महत्या करने की कोशिश करनेवाले शख्स के साथ मौत ने भी उसके साथ बेवफाई की। अपनी जिंदगी को खत्म करने के लिए व्यक्ति बार-बार मौत को गले लगाना चाहता था, लेकिन मौत उसे अपनी आगोश में लेने की बजाय हर बार उससे दूर भागती रही।
विक्रोली में निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरी का काम करनेवाला एक शख्स जिंदगी की तमाम परेशानियों को रोज-रोज झेलते हुए उन तमाम परेशानियों से तंग आ गया था। अपनी जिंदगी में रोजाना जद्दोजहद करनेवाला व्यक्ति जब रोज-रोज की जद्दोजहद से थक गया तो थक-हारकर उसने मर जाने का पैâसला कर लिया। बिल्डंग के ग्राउंड फ्लोर पर काम करनेवाला मजदूर मायूस और दुखी अवस्था में खुदकुशी करने की मंशा से इमारत की सीढ़ियां चढ़ने लगा। उसने मन ही मन पैâसला कर लिया था कि आज वो किसी भी हाल में खुदकुशी कर लेगा। आहिस्ता-आहिस्ता बोझिल कदमों से आगे बढ़ रहा मजदूर जब १३वीं मंजिल पर पहुंचा तो उसे लगा कि अगर वो यहां से कूदेगा तो उसकी मौत हो जाएगी। खैर, कुछ देर खड़े होकर सोचने के बाद आखिरकार शख्स ने १३वीं मंजिल से छलांग लगा दी, लेकिन ये क्या? छलांग लगाने के बाद वो आठवीं मंजिल पर लगाए गए सुरक्षा जाल में फंस गया। सुरक्षा जाल में फंसने के बाद मजदूर बच गया। अब मजदूर सुरक्षा जाल से बाहर निकला और उसी वक्त आठवीं मंजिल से उसने दोबारा छलांग लगा दी। आश्चर्य यह कि दूसरी बार कूदने के बाद शख्स तीसरी मंजिल पर लगे सुरक्षा जाल में अटक गया। हैरान परेशान मजदूर ने अब तीसरी मंजिल से दोबारा मरने के लिए छलांग लगाई, लेकिन ग्राउंड फ्लोर पर लगे सुरक्षा जाल में वह फंस गया और अंतत: तीसरी बार कूदने के बावजूद वो मच गया। तीन-तीन बार अपनी जिंदगी को खत्म करने के लिए जान देने की कोशिश करनेवाला शख्स आखिरी बार कूदने के बाद कुछ समय के लिए अपने होश गवां बैठे शख्स को जब होश आया तो वह हैरान रह गया कि तीन बार ऊपर से कूदने के बावजूद उसे मौत नहीं मिली। कहते हैं न जाको राखे साइयां मार सके न कोय।

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