नागमणि पांडेय
शादीशुदा जिंदगी की गाड़ी में अगर प्यार और समझदारी का पहिया लगा रहे तो गाड़ी सरपट दौड़ती रहती है लेकिन अगर पहियों में शक का कीला गड़ जाता है तो गाड़ी बेपटरी हो जाती है। अगर समझदारी से कीला निकाल लिया जाये तो ठीक, वर्ना हश्र बहुत बुरा होता है। आज की इस तहकीकात में ऐसे ही शक से भरी खूनी दास्तां एक परिवार की है।
नेरुल के सारसोले में रहने वाले एक मछुआरे ने ४ जनवरी २०१५ की सुबह ११ बजे तुर्भे पुलिस को फोन कर बताया कि पामबीच रोड के बामनदेव मार्ग पर एक महिला का शव पड़ा है। इस जानकारी के मिलने के बाद तुर्भे पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर वाशी स्थित मनपा अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के अनुसार, महिला की गला काटकर हत्या की गई थी और हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए शव को जलाया गया था। इस के बाद तुर्भे पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। १२ जनवरी को देवनार पुलिस स्टेशन में एक महिला के मिसिंग होने की शिकायत दर्ज होने की जानकारी तुर्भे पुलिस को मिली। जिसके बाद पुलिस ने महिला के परिवार वालों को शव की पहचान कराई, संयोग से महिला इसी परिवार की निकली। शव की पहचान नगमाबानु शाहीद अली कुरैशी (२१) के रूप में हुई। नगमा की मां से जब तुर्भे पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि नगमा अपने पति के साथ कसारा में रहती थी। लेकिन पिछले कुछ महीनों से नगमा अपने पति को छोड़ पूर्व प्रेमी शाहिद अली वाजिद अली कुरैशा के साथ रहती थी। शाहिद पहले से ही शादीशुदा था, उसकी पत्नी अपने छह महीने के बच्चे के साथ गांव में रहती है। इसके साथ ही पुलिस को पता चला कि पिछले ९ वर्षो से नगमा और शाहिद एक दूसरे को जानते थे। शाहिद के कहने पर नगमा पति से तलाक लेकर उसके साथ रहने लगी थी। जिसके बाद से दोनों गोवंडी के कमला नगर में रह रहे थे। इसी दौरान २६ दिसंबर को शाहिद अपनी बहन के घर नगमा को भेज दिया था। यहां आने के बाद नगमा अपने घर वालों से संपर्क नहीं कर पा रही थी। इसके बाद शाहिद ने १२ जनवरी को देवनार पुलिस में पत्नी के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस को नगमा का शव ४ जनवरी को मिला। घटना के बाद से ही पति फरार चल रहा था। शाहिद की साली आशमा कलीम शेख ने पुलिस को बताया कि शाहिद क्राइम पेट्रोल बहुत देखता है उसके मोबाइल में भी क्राइम पेट्रोल के बहुत सारे सीरियल हैं। इस के बाद पुलिस के शक की सुई शाहिद की तरफ घूमी। पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपी पति शाहिद को बोईसर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसने पूछताछ में बताया कि नगमा हमेशा बिना बताए घर से बाहर जाती रहती थी और देर रात को वापस आती थी। इस बारे में पूछे जाने पर उल्टा जवाब देती थी। शादीशुदा जिंदगी की गाड़ी में अगर प्यार और समझदारी का पहिया लगा रहे तो गाड़ी सरपट दौड़ती रहती है लेकिन अगर पहियों में शक का कीला गड़ जाता है तो गाड़ी बेपटरी हो जाती है। अगर समझदारी से कीला निकाल लिया जाये तो ठीक, वर्ना हश्र बहुत बुरा होता है। आज की इस तहकीकात में ऐसे ही शक से भरी खूनी दास्तां एक परिवार की है।
नेरुल के सारसोले में रहने वाले एक मछुआरे ने ४ जनवरी २०१५ की सुबह ११ बजे तुर्भे पुलिस को फोन कर बताया कि पामबीच रोड के बामनदेव मार्ग पर एक महिला का शव पड़ा है। इस जानकारी के मिलने के बाद तुर्भे पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर वाशी स्थित मनपा अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के अनुसार, महिला की गला काटकर हत्या की गई थी और हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए शव को जलाया गया था। इस के बाद तुर्भे पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। १२ जनवरी को देवनार पुलिस स्टेशन में एक महिला के मिसिंग होने की शिकायत दर्ज होने की जानकारी तुर्भे पुलिस को मिली। जिसके बाद पुलिस ने महिला के परिवार वालों को शव की पहचान कराई, संयोग से महिला इसी परिवार की निकली। शव की पहचान नगमाबानु शाहीद अली कुरैशी (२१) के रूप में हुई। नगमा की मां से जब तुर्भे पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि नगमा अपने पति के साथ कसारा में रहती थी। लेकिन पिछले कुछ महीनों से नगमा अपने पति को छोड़ पूर्व प्रेमी शाहिद अली वाजिद अली कुरैशा के साथ रहती थी। शाहिद पहले से ही शादीशुदा था, उसकी पत्नी अपने छह महीने के बच्चे के साथ गांव में रहती है। इसके साथ ही पुलिस को पता चला कि पिछले ९ वर्षो से नगमा और शाहिद एक दूसरे को जानते थे। शाहिद के कहने पर नगमा पति से तलाक लेकर उसके साथ रहने लगी थी। जिसके बाद से दोनों गोवंडी के कमला नगर में रह रहे थे। इसी दौरान २६ दिसंबर को शाहिद अपनी बहन के घर नगमा को भेज दिया था। यहां आने के बाद नगमा अपने घर वालों से संपर्क नहीं कर पा रही थी। इसके बाद शाहिद ने १२ जनवरी को देवनार पुलिस में पत्नी के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस को नगमा का शव ४ जनवरी को मिला। घटना के बाद से ही पति फरार चल रहा था। शाहिद की साली आशमा कलीम शेख ने पुलिस को बताया कि शाहिद क्राइम पेट्रोल बहुत देखता है उसके मोबाइल में भी क्राइम पेट्रोल के बहुत सारे सीरियल हैं। इस के बाद पुलिस के शक की सुई शाहिद की तरफ घूमी। पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपी पति शाहिद को बोईसर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसने पूछताछ में बताया कि नगमा हमेशा बिना बताए घर से बाहर जाती रहती थी और देर रात को वापस आती थी। इस बारे में पूछे जाने पर उल्टा जवाब देती थी।
पुलिस के अनुसार, पत्नी के चरित्र पर शाहिद को संदेह था इसलिए उसने उसकी हत्या का प्लान बनाया। उसने पुलिस को बताया कि पहले उसने क्राइम पेट्रोल के कई शो देखे। इसके बाद उसने एक जगह निश्चित की। उसने बताया कि लगभग पांच वर्ष पहले वह नेरुल में काम करता था। इसलिए उसे पामबीच रोड के बारे में जानकारी थी। उसने अपनी मोटर सायकल में चाकू और पेट्रोल रख लिया और घटना वाले दिन नगमा को लेकर वहां पहुंचा। वहां पहुंचने के बाद दोनों के बीच झगड़ा होने लगा और गुस्साए शाहिद ने नगमा की गला काट कर हत्या कर दी और उस के बाद शव की पहचान न हो, इसके लिए पेट्रोल डालकर जला दिया। इस खुलासे के बाद पुलिस ने शाहिद को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में आरोपी को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है जहां अब अपने गुनाहों की सजा काट रहा है।