नागमणि पांडेय
एनआईए ने पिछले सप्ताह नागपाड़ा, भिवंडी और पुणे में छापेमारी कर आइसिस के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटे चार लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से बरामद मोबाइल से खुलासा हुआ है कि ये चारों पाकिस्तानी गुर्गों के संपर्क में थे। जांच एजंसियों को संदेह न हो इसके लिए वे सभी टेलीग्राम पर अलग-अलग नाम से समूह बनाए हुए थे। इन्हीं टेलीग्राम के माध्यम से हथियार बनाने के प्रशिक्षण से लेकर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे।
एनआईए ने पिछले सप्ताह आतंकी संगठन आईएसआईएस मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए नागपाड़ा से ताबिश नासिर सिद्दीकी, पुणे से जुबैर नूर मोहम्मद शेख उर्फ अबू नुसैबा, भिवंडी के पडघा से शरजील शेख और जुल्फिकार अली बड़ौदावाला को गिरफ्तार किया था। इनके पास इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, आईएसआईएस से जुड़े कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले। दस्तावेज से पता चला कि संबंधित आरोपी आईएसआईएस के संपर्क में थे। एनआईए ने इनके पास के मोबाइल की जांच में भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को भारत विरोधी कार्यों के लिए उकसा रहे थे।
गजवा-ए-हिंद ने भी बनाए थे समूह
गिरफ्तार आरोपी पाकिस्तानी गुर्गों के संपर्क में रहकर पाकिस्तानी, बांग्लादेशी और यमनी नागरिकों को आईएसआईएस से जोड़ने के लिए देश में स्लीपर सेल बनाने की योजना बना रहे थे। ये सभी इंस्टाग्राम और व्हॉट्सऐप के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे। गजवा-ए-हिंद ने इसके लिए सोशल मीडिया पर कई ग्रुप बनाए थे और इन समूहों की मदद से मुस्लिम युवाओं को शामिल किया था। ये सभी भारत में संगठन का प्रचार-प्रसार कर पाकिस्तान के आकाओं के आदेशानुसार काम कर रहे थे। एनआईए ने यह भी खुलासा किया कि ये चारों आईएसआईएस की साजिश के तहत स्लीपर सेल बनाकर भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की तैयारी कर रहे थे। इन चारों ने कुछ मुस्लिम युवकों को आईईडी और हथियार बनाने का प्रशिक्षण दिया था। फिलहाल, इन चारों की एनआईए गहनता से जांच कर रही है।