पत्रकार जेडे मर्डर मामला
जितेंद्र मल्लाह
मुंबई के माफियाओं द्वारा अंजाम दी गई सनसनीखेज वारदातों की जब बात होती है, तो पत्रकार जेडे मर्डर केस का जिक्र जरूरी हो जाता है। गैंगस्टर छोटा राजन उर्फ नाना के इशारे पर अंजाम दिए गए इस हत्याकांड ने पूरे देश को दहला दिया था। वही जेडे मर्डर केस एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। वजह है, जेडे के हत्यारे दीपक सिसोदिया की गिरफ्तारी।
कोरोना काल भले ही आम जनता के लिए बुरे सपने की तरह बीता होगा, लेकिन गैंगस्टर दीपक सिसोदिया जैसे कई बड़े अपराधियों के लिए वह दौर खुली हवा में सांस लेने का मौका साथ लेकर आया था। सरकार और जेल प्रशासन ने वैâदियों को संक्रमण से बचाने के लिए जेलों में भीड़ कम करने का निर्णय लिए। नतीजतन, कई सजायाफ्ता वैâदी पैरोल पर तथा विचाराधीन वैâदी जमानत पर रिहा कर दिए गए। ऐसे ही वैâदियों में एक था दीपक सिसोदिया, जो पैरोल पर रिहा तो हुआ था लेकिन पैरोल की मियाद खत्म होने के बाद वापस मुंबई स्थित जेल में नहीं लौटा। ११ जून २०११ को मुंबई के पवई इलाके में वरिष्ठ क्राइम रिपोर्टर ज्योतिर्मय डे उर्फ जेडे की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह बाइक से अपने घर लौट रहे थे। इस मामले में आरोपी बनाए गए दीपक सिसोदिया को कोर्ट ने दोषी ठहराते हुए उम्रवैâद की सजा सुनाई थी। वह अमरावती जेल में बंद था। वर्ष २०२२ के जनवरी महीने में अमरावती सेंट्रल जेल से पैरोल पर छूटने के बाद दीपक जीतपुर नेगी थाना हल्द्वानी नैनीताल स्थित अपने मूल गांव चला गया था। उसे मार्च में वापस जेल में लौटना था, लेकिन दीपक पैरोल से फरार हो गया।
घोषित था २५ हजार का इनाम
दीपक के पैरोल से फरार होने की शिकायत हल्द्वानी पुलिस में दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद एसएसपी नैनीताल ने दीपक सिसोदिया की गिरफ्तारी २५ हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। मुंबई पुलिस और उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ पिछले एक साल से दीपक की तलाश कर रही थी, लेकिन दीपक सिसोदिया के नेपाल में छिपे होने के कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी। इसी बीच दीपक सिसोदिया के चोरी-छिपे नेपाल से हल्द्वानी आने-जाने की सूचना मिली तो एसटीएफ ने अपने नेटवर्क को और टाइट कर दिया तथा भारत-नेपाल बॉर्डर के बनबसा क्षेत्र में जाल बिछाया। सुबह-सुबह फोर्ड फियेस्टा कार से नेपाल से हल्द्वानी के लिए निकला दीपक जैसे ही बनबसा पहुंचा, वहां सीओ एसटीएफ सुमित पांडे के नेतृत्व में गठित एसटीएफ की टीम ने उसे गुप्त सूचना के आधार पर दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा हल्द्वानी बेस अस्पताल में सिसोदिया का मेडिकल कराया गया है।